टीम इंडिया के पूर्व कप्तान (Former captain of Team India) और देश के दिग्गज स्पिनर बिशन सिंह बेदी (Bishan Singh Bedi) का 77 साल की उम्र में सोमवार को निधन हो गया है। बेदी बाएं हाथ के ऑर्थोडॉक्स स्पिनर (Orthodox Spinner) थे। वह बीएस चंद्रशेखर, इरापल्ली प्रसन्ना और श्रीनिवास वेंकटराघवन के साथ प्रसिद्ध भारतीय स्पिन चौकड़ी का हिस्सा थे।
नई दिल्ली। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान (Former captain of Team India) और देश के दिग्गज स्पिनर बिशन सिंह बेदी (Bishan Singh Bedi) का 77 साल की उम्र में सोमवार को निधन हो गया है। बेदी बाएं हाथ के ऑर्थोडॉक्स स्पिनर (Orthodox Spinner) थे। वह बीएस चंद्रशेखर, इरापल्ली प्रसन्ना और श्रीनिवास वेंकटराघवन के साथ प्रसिद्ध भारतीय स्पिन चौकड़ी का हिस्सा थे। बेदी ने अपना टेस्ट डेब्यू 1966 में तत्कालीन शक्तिशाली वेस्टइंडीज के खिलाफ कोलकाता के ईडन गार्डन्स में किया था। वह नॉर्दर्न पंजाब और दिल्ली के लिए घरेलू क्रिकेट खेलते थे।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली बार छोड़ी छाप
1969-70 में ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज (Australia Test series 1969–70) के दौरान पहली बार दुनिया ने बिशन सिंह बेदी (Bishan Singh Bedi) का कमाल देखा। इस सीरीज में उन्होंने 21 विकेट लिए, जिसमें कोलकाता में 7/98 के उनके सर्वश्रेष्ठ टेस्ट आंकड़े भी शामिल थे। 1972-73 में इंग्लैंड के खिलाफ बेदी ने पांच टेस्ट मैचों में 25.28 की औसत से 25 विकेट लिया। यह वह समय था जब भारत ने स्पिन चौकड़ी की बदौलत घरेलू परिस्थितियों में हर बड़े बल्लेबाजों को परेशान किया था।
बड़ी सीरीज में बिशन सिंह बेदी का बेजोड़ प्रदर्शन
भारत vs ऑस्ट्रेलिया 1969-70: 20.57 की औसत से 21 विकेट।
भारत vs इंग्लैंड 1972-73: 25.28 की औसत से 25 विकेट।
वेस्टइंडीज में भारत 1975-1976: 25.33 के औसत से 18 विकेट।
भारत vs न्यूजीलैंड 1976-77: 13.18 की औसत से 22 विकेट।
भारत vs इंग्लैंड 1976-77: 22.96 की औसत से 25 विकेट।
ऑस्ट्रेलिया में भारत 1977-78: 23.87 की औसत से 31 विकेट।
1976 में बनाए गए कप्तान
बिशन सिंह बेदी (Bishan Singh Bedi) को 1976 में मंसूर अली खान पटौदी के बाद भारतीय क्रिकेट टीम का कप्तान (Captain of Indian Cricket Team) बनाया गया था। उनकी कप्तानी में ही भारत ने पोर्ट ऑफ स्पेन में शक्तिशाली वेस्टइंडीज के खिलाफ चौथी पारी में रिकॉर्ड 406 रन बनाकर टेस्ट मैच जीता था। इसके बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में जीत मिली। लेकिन फिर इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान जैसी टीमों के खिलाफ लगातार हार के बाद, उनकी जगह सुनील गावस्कर को कप्तान बना दिया गया। वह 22 टेस्ट में भारत के कप्तान रहे।
भारतीय टीम के कोच भी रहे
67 टेस्ट मैचों में, बाएं हाथ के स्पिनर ने 28.71 की औसत से 266 विकेट लिए। 1979 में अपनी संन्यास के बाद, उन्होंने भारतीय टीम के कोच (Indian Team Coach)की भूमिका भी निभाई। भारत के लिए उन्होंने 10 वनडे मुकाबले भी खेले। इसमें 7 बल्लेबाजों को आउट किया। वनडे में उनकी इकोनॉमी सिर्फ 3.45 की थी।