महाराष्ट्र की सियासत में छाए संकट के बादल के बीच सोमवार को इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान कोर्ट तत्काल कोई फैसला नहीं सुनाया, इसके बावजूद बागी विधायकों को कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक उथल- पुथल के बीच भारतीय जनता पार्टी ने सरकार बनाने की कवायद शुरू कर दी है।
मुंबई। महाराष्ट्र की सियासत में छाए संकट (Political Crisis in Maharashtra)के बादल के बीच सोमवार को इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान कोर्ट तत्काल कोई फैसला नहीं सुनाया, इसके बावजूद बागी विधायकों को कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक उथल- पुथल के बीच भारतीय जनता पार्टी ने सरकार बनाने की कवायद शुरू कर दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो भाजपा और शिंदे गुट मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं। हालांकि, अभी मंत्री पद को लेकर मंथन चल रहा है। शिंदे गुट से आठ विधायक कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं। वहीं पांच राज्य मंत्री बनाए जा सकते हैं।
भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने की स्थिति में एकनाथ शिंदे, उदय सामंत, दादा भुसे, गुलाबराव पाटिल और दीपक केसरकर को कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है। कहा यह भी जा रहा है कि एकनाथ शिंदे गुट की ओर से डिप्टी सीएम के पद को लेकर दबाव बनाया जा रहा है। हालांकि अब तक इसे लेकर सहमति नहीं बन सकी है। चर्चाएं हैं कि भाजपा और एकनाथ शिंदे गुट की तरफ से जल्दी ही विश्वास मत प्रस्ताव की मांग राज्यपाल से की जा सकती है।
दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को आदेश दिया था कि 15 बागियों को विधानसभा के डिप्टी स्पीकर की ओर से अयोग्य ठहराने पर जो नोटिस मिला है, वे उस पर 12 जुलाई तक जवाब दे सकते हैं।