महाराष्ट्र के धाराशिव जिले (Dharashiv district) से ह्यूमन ट्रैफिकिंग (Human trafficking) का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां पर कुछ बेरोजगार लोगों (Unemployed people) को फंसाकर उनसे बंधुआ मजदूरी कराई जाती थी। इस दौरान उन्हें जंजीरों से बांधकर रखा जाता था।
मुंबई। महाराष्ट्र के धाराशिव जिले (Dharashiv district) से ह्यूमन ट्रैफिकिंग (Human trafficking) का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां पर कुछ बेरोजगार लोगों (Unemployed people) को फंसाकर उनसे बंधुआ मजदूरी कराई जाती थी। इस दौरान उन्हें जंजीरों से बांधकर रखा जाता था। इस दलदल में फंसे 11 मजदूरों महाराष्ट्र पुलिस (Maharashtra Police) ने रेसक्यू किया है। इस मामले में तीन ठेकेदारों (Contractors) समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
जानकारी के मुताबिक 16 जून को हिंगोली जिले (Hingoli district) के सेनगांव के एक कर्मचारी संदीप गुक्से के ह्यूमन ट्रैफिकिंग (Human trafficking) से बचकर भागने में कामयाब रहा है। वह जंजीरें तोड़कर साइट से भागने में कामयाब रहा है। जिसके बाद इस मामले में खुलासा हो पाया। पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई की करते हुए बंधक बनाए गए छह लोगों को वखरवाड़ी साइट (Vakharwadi Site) से और पांच को लोगों खमसवाड़ी साइट (Khamaswadi Site) से बचाया।
पुलिस मुताबिक एक जगह पर मजदूरों को एक निर्माणाधीन कुएं में बांध कर रखा गया था और दूसरे स्थान पर उनको ट्रैक्टर (Tractor) से बांध कर रखा गया था। इन मजदूरों को 15 दिन से लेकर 4 महीने तक जंजीरों से बांध कर रखा गया था। इनसे बंधुआ मजदूरी (Serfdom) कराई जा रही थी। जांच में बात सामने आयी है कि मजदूरों को कई घंटों तक सोने के लिए जबर्दस्ती ड्रग्स (Drugs) जाता था
एक नाबालिग और तीन ठेकेदार गिरफ्तार
इस मामले में महाराष्ट्र पुलिस (Maharashtra Police) ने तीन ठेकेदारों को अपहरण, मानव तस्करी और अन्य अपराधों के आरोप में गिरफ्तार किया है जबकि ढोकी थाने में दर्ज केस में एक नाबालिग को भी हिरासत में लिया गया है। गिरफ्तार लोगों की पहचान भूम तहसील के निवासी कृष्णा शिंदे (22), संतोष जाधव (40) और रंजीत साबले (24) के रूप में हुई है। सभी को कोर्ट में पेश कर तीन दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है।
जांच में पता चला है कि एजेंटों के एक संगठित नेटवर्कके जरिये रेलवे स्टेशनों और बस स्टैंडों पर रोजगार की तलाश में बेरोजगार पुरुषों की तलाश की जाती है, जिन्हें अच्छा पैसा देने का लालच देकर खेतों में ठेकेदार के पास लेकर जाते हैं और बंधुआ मजदूरी करवाते हैं।