लखनऊ। योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली यूपी की भारतीय जनता पार्टी की सरकार इस कार्यकाल का अंतिम पूर्ण बजट विधानसभा में पेश कर रही है। वित्तमंत्री सुरेश खन्ना सदन में बजट पेश कर रहे हैं। वित्तमंत्री ने विधानसभा के अध्यक्ष ह्दयनारायण दीक्षित की मंजूरी के बाद बजट का भाषण शुरू कर दिया है। विधान परिषद में प्रदेश के डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा बजट भाषण पढ़ेंगे। वित्तमंत्री ने 5 लाख 50 हज़ार 270 करोड़ 78 लाख रुपये का बजट पेश किया है।
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने योगी आदित्यनाथ सरकार का पांचवा व अंतिम बजट पेश किया। इस बजट के जरिए सभी वर्ग के लोगों को साधने की कोशिश की गयी है। बजट पेश करते हुए वित्तमंत्री ने कहा कि 2020-21 का बजट युवाओं और रोजगारों को समर्पित है। प्रदेश की हर महिला को सुरक्षा दे रहे हैं। अपराधियों पर सरकार कठोर कार्रवाई कर रही है।
बजट में यूपी को आत्मनिर्भर बनाने के लक्ष्य का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि शिकायतों का तेजी से निस्तारण किया जा रहा है। किसानों के खातों में 6800 करोड़ से ज्यादा रुपये भेज गए हैं।
किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए पहले से ही प्रयासरत है। इसी क्रम में सरकार ने बजट में किसानों का खास ख्याल रखा है। सड़क हादसे में मरने वाले किसानों को पांच लाख की आर्थिक मदद दी गई। वित्त मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री अभ्योदय योजना शुरू की गई। हर घर में जल, बिजली और बैंकिंग की सुविधा मिलेगी। महिला सुरक्षा के लिए लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं।
बजट में किसको क्या मिला, जानिए…
— कन्या सुमंगल योजना के लिए 1200 करोड़
— महिला शक्ति केंद्रों के लिए 32 करोड़
— गांव में स्टेडियम के लिए 25 करोड़
— संस्कृत स्कूलोंं में फ्री छात्रावास की सुविधा
— बीमा के लिए 600 करोड़ की व्यवस्था
— अधिवक्ता चैंबर के लिए 20 करोड़