राजधानी लखनऊ (Lucknow) के कृष्णानगर (Krishnanagar) क्षेत्र में कैब चालक सआदत अली सिद्दकी (Cab Driver Saadat Ali Siddiqui) को सरेराह पिटने वाली युवती पर शिकंजा कसने लगा है। उधर, कैब छोड़ने के लिए पुलिस ने पीड़ित से 10 हजार रुपये की वसूली (10 thousand rupees recovery) कर ली। वहीं, वसूली के इस मामले में इंस्पेक्टर कृष्णानगर महेश दुबे (Inspector Krishnanagar Mahesh Dubey) और भोला खेड़ा चौकी इंचार्ज हरेंद्र यादव (Harendra Yadav) भिड़ गए हैं। दोनों एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं।
लखनऊ। राजधानी लखनऊ (Lucknow) के कृष्णानगर (Krishnanagar) क्षेत्र में कैब चालक सआदत अली सिद्दकी (Cab Driver Saadat Ali Siddiqui) को सरेराह पिटने वाली युवती पर शिकंजा कसने लगा है। उधर, कैब छोड़ने के लिए पुलिस ने पीड़ित से 10 हजार रुपये की वसूली (10 thousand rupees recovery) कर ली। वहीं, वसूली के इस मामले में इंस्पेक्टर कृष्णानगर महेश दुबे (Inspector Krishnanagar Mahesh Dubey) और भोला खेड़ा चौकी इंचार्ज हरेंद्र यादव (Harendra Yadav) भिड़ गए हैं। दोनों एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं।
बता दें कि, वसूली का मामला तूल पकड़ने के बाद पुलिस अधिकारियों ने जांच के निर्देश दिए। इस मामले में इंस्पेक्टर कृष्णानगर महेश दुबे (Inspector Krishnanagar Mahesh Dubey) ने कैब चालक (cab driver) से वसूली के मामले में भोलाखेड़ा चौकी इंचार्ज हरेंद्र कुमार यादव (Harendra Yadav) समेत चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट तैयार कर एसीपी व एडीसीपी (मध्य) जरिए पुलिस कमिश्नर को भेजी है।
वहीं, इसके बाद भोलाखेड़ा चौकी इंचार्ज हरेंद्र यादव (Harendra Yadav) ने इंस्पेक्टर पर फंसाने का गंभीर आरोप लगाया है। हरेंद्र का कहना है कि उन्होंने चालक से कोई घूस नहीं ली थी और कैब को इंस्पेक्टर के कहने पर छोड़ा था।
गौरतलब है कि, कैब चालक की पिटाई के बाद मामला थाने पर पहुंचा था। इस दौरान पुलिस ने चालक और उसके दो भाइयों को शांतिभंग में चलान कर दिया। इसके साथ ही कैब छोड़ने के नाम पर दस हजार रुपये भी वसूली लिए थे।