छठ पूजा की शुरूआत होने जा रही है। छठ पूजा की शुरूआत से पहले तैयारियां अंतिम चरण में है। गांव से लेकर शहर तक छठ घाट को सजाया जाने लगा है। इस बार छठ पूजा की शुरूआत पांच नवंबर से होने जा रहा है। चार दिनों तक चलने वाले इस पर्व शुरूआत नहाय खाय के साथ होती है। दीपावली के बाद अब छठ की तैयारियों की रौनक शहर में दिखाई देने लगी है।
Chhath Puja: छठ पूजा की शुरूआत होने जा रही है। छठ पूजा की शुरूआत से पहले तैयारियां अंतिम चरण में है। गांव से लेकर शहर तक छठ घाट को सजाया जाने लगा है। इस बार छठ पूजा की शुरूआत पांच नवंबर से होने जा रहा है। चार दिनों तक चलने वाले इस पर्व शुरूआत नहाय खाय के साथ होती है। दीपावली के बाद अब छठ की तैयारियों की रौनक शहर में दिखाई देने लगी है।
महापर्व छठ पूजा का प्रारंभ होने वाला है। चार दिनों तक चलने वाले इस पर्व का लोग बड़ी ही बेसब्री के साथ इंतजार करते हैं। छठ पूजा का यह त्यौहार भगवान सूर्य देव और छठी मईया को समर्पित है। इस दिन महिलाएं जल में खड़े होकर भगवान भास्कर को अर्घ्य देती हैं और अपनी संतान, परिवार की मंगल कामना के लिए प्रार्थना करती हैं। छठ पूजा के पावन अवसर पर भगवान सूर्य की आराधना करने से समृद्धि एवं प्रगति की प्राप्ति होती है और मनुष्य का कल्याण होता है।
नहाय खाय से शुरू हेागी व्रत की शुरूआत
5 नवंबर को नहाय खाए के साथ यह व्रत प्रारंभ हो रहा है। इस दिन व्रती महिलाएं चने की दाल, लौकी और भात प्रसाद में ग्रहण करेंगी। दूसरे दिन 6 नवंबर को खरना होगा। इस दिन गुड़ की खीर और रोटी का प्रसाद ग्रहण किया जाएगा। इसी के साथ लगातार 36 घंटे का निर्जला व्रत प्रारंभ होगा। 7 नवंबर को अस्तगामी सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाएगा और 8 नवंबर को उदयगामी सूर्यदेव को अर्घ्य दिया जाएगा। इसी के साथ व्रत पूर्ण होगा। व्रत के लिए खासकर ठेकुआ का प्रसाद बनाया जाता है।