मुख्यमंत्री ने कहा कि, जल जीवन मिशन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की प्राथमिकताओं में शामिल है। भारत सरकार द्वारा इसके क्रियान्वयन की सतत समीक्षा की जा रही है। यह सुखद है कि जून 2023 के सर्वेक्षण में अचीवर श्रेणी के सभी 03 जनपद (गौतमबुद्धनगर, जालौन और शाहजहांपुर) उत्तर प्रदेश के हैं। परफॉर्मर श्रेणी में जनपद मैनपुरी और औरैया को शीर्ष 02 स्थान मिले हैं, जबकि एस्पिरेन्ट्स श्रेणी में जनपद आजमगढ़ शीर्ष पर है। ऐसे ही प्रयास सभी जनपदों में किए जाने चाहिए।
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक की। इसमें जल जीवन मिशन और नमामि गंगे परियोजना में हुई प्रगति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने हर घर तक नल से जल पहुंचाने के प्रयासों के अंतर्गत शेष घरों को भी पाइप से पेयजल की सुविधा प्रदान करने व कार्य को समयबद्धता के साथ चरणबद्ध रूप से पूर्ण करने हेतु निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ‘हर घर नल-हर घर जल’ के संकल्प के साथ प्रदेश के 2.65 करोड़ ग्रामीण परिवारों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने का महाभियान चल रहा है। जल जीवन मिशन के प्रारम्भ से पूर्व मात्र 5.16 लाख परिवारों को ही नल से शुद्ध पेयजल की उपलब्धता थी। लगातार प्रयासों से आज 01 करोड़ 30 लाख से अधिक परिवारों के लिए शुद्ध पेयजल का सपना साकार हुआ है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में ही 59.38 लाख कनेक्शन लगाए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, जल जीवन मिशन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी (Prime Minister Narendra Modi) की प्राथमिकताओं में शामिल है। भारत सरकार द्वारा इसके क्रियान्वयन की सतत समीक्षा की जा रही है। यह सुखद है कि जून 2023 के सर्वेक्षण में अचीवर श्रेणी के सभी 03 जनपद (गौतमबुद्धनगर, जालौन और शाहजहांपुर) उत्तर प्रदेश के हैं। परफॉर्मर श्रेणी में जनपद मैनपुरी और औरैया को शीर्ष 02 स्थान मिले हैं, जबकि एस्पिरेन्ट्स श्रेणी में जनपद आजमगढ़ शीर्ष पर है। ऐसे ही प्रयास सभी जनपदों में किए जाने चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अप्रैल, 2022 में प्रदेश में 22,714 नल कनेक्शन प्रतिमाह लगाए जा रहे थे, जो मई, 2023 में 12.96 लाख कनेक्शन प्रतिमाह तक पहुंच गए हैं। वर्तमान में 43 हजार नल कनेक्शन प्रतिदिन लगाए जा रहे हैं। इसे 50 हजार दैनिक तक विस्तार दिए जाने की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री जी ने जल जीवन मिशन की पूर्णता के लिए मार्च, 2024 तक का लक्ष्य रखा है। प्रत्येक दशा में इस अवधि तक प्रदेश के हर घर में नल से जल की सुविधा उपलब्ध हो जाएरू
बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में शुद्ध पेयजल एक सपना था। आज यह सपना साकार हो रहा है। यह दोनों ही क्षेत्र शीर्ष प्राथमिकता में है। सतत प्रयासों से महोबा, प्रदेश का ऐसा पहला जनपद बनने जा रहा है, जहां हर घर नल से जल की सुविधा होगी। जनपद झांसी, ललितपुर, हमीरपुर, जालौन, बांदा, चित्रकूट, मिर्जापुर, सोनभद्र सहित पूरे विंध्य-बुंदेलखंड में आगामी 02 माह में हर घर नल से जल का लक्ष्य पूरा कर लिया जाए।
साथ ही कहा कि, अविरल-निर्मल मां गंगा के संकल्प के साथ गंगा एवं सहायक नदियों की स्वच्छता के लिए मिशन मोड में जारी नमामि गंगे परियोजना के अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं। प्रदेश में गंगा नदी के प्रवाह के कुल 1,027 ज्ञड में 27 गंगा जनपद और 37 गंगा टाउन हैं। पूर्व में कन्नौज से वाराणसी तक 550 ज्ञड का प्रदूषित खंड गुणवत्ता में प्रायोरिटी 04 में आता था, उक्त प्रदूषित खंड की जल गुणवत्ता में सुधार होने के कारण नवम्बर, 2022 से यह खंड प्रायोरिटी 05 में आ गया है। अब हमें फर्रुखाबाद से प्रयागराज और मिर्जापुर से गाजीपुर खंड पर विशेष ध्यान देना होगा।