कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद का चुनाव एक बार फिर टल गया है। इस बार कोरोना की दलील देकर कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने चुनाव को टालने का फैसला किया है।सूत्रों के मुताबिक, बैठक में कहा गया कि कोरोना महामारी की मौजूदा स्थिति में चुनाव कराना ठीक नहीं होगा।
नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद का चुनाव एक बार फिर टल गया है। इस बार कोरोना की दलील देकर कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने चुनाव को टालने का फैसला किया है।सूत्रों के मुताबिक, बैठक में कहा गया कि कोरोना महामारी की मौजूदा स्थिति में चुनाव कराना ठीक नहीं होगा। इसलिए इसे स्थगित करने का फैसला लिया गया है।
बता दें कि पिछले वर्किंग कमेटी में सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी ने 23 जून को चुनाव कराने का फैसला लिया था। सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में देश में कोरोना के व्यापक प्रसार को लेकर चर्चा की गई। इसके अलावा हाल ही में हुए चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेशों के चुनाव नतीजों में कांग्रेस के प्रदर्शन पर भी विचार किया गया और आगे की रणनीति तय की गई।
सोनिया गांधी ने बैठक में कहा कि पिछले चार हफ्तों में कोरोना वायरस की स्थिति काफी भयावह हुई है। वहीं शासन की विफलताएं और भी कठिन हो गई हैं। सोनिया गांधी ने कहा कि वैज्ञानिकों की सलाह को पूरी तरह नकारा गया और यह देश मोदी सरकार की गलती की भारी कीमत चुका रहा है।
सोनिया गांधी ने बैठक में आगे कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय हमारी सहायता के लिए आगे आए। सोनिया गांधी ने आगे कहा कि कांग्रेस की ओर से मैं सभी देशों और संस्थानों को धन्यवाद देना चाहती हूं। इसके अलावा सोनिया गांधी ने कहा कि जब हम सब कोविड-19 से व्यस्त हैं तो ऐसे में यह बैठक चुनाव नतीजों पर चर्चा के लिए बुलाई गई है।
चुनाव नतीजों पर निराशा जताना काफी नहीं
सोनिया गांधी ने आगे कहा कि हम अगर कहें कि चुनाव नतीजों से काफी निराश हैं तो ये भी काफी नहीं होगा। चुनाव नतीजों पर मंथन करने के लिए मैं एक छोटा समूह बनाने पर जोर दे रही हूं और उम्मीद है कि जल्द ही एक रिपोर्ट के साथ हम दोबारा बैठक करेंगे।