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SEBI चीफ माधबी पुरी बुच पर कांग्रेस का बड़ा आरोप,पवन खेड़ा बोले-एक साथ तीन जगह से सैलरी ले रही थीं, ICICI और पीएम मोदी दें जवाब

कांग्रेस पार्टी के मीडिया एवं प्रचार विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा (Pawan Khera) ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि इस देश में शतरंज का खेल चल रहा है, लेकिन खिलाड़ी कौन है? इस पर हम निर्णायक तौर पर पहुंचे नही हैं।

By संतोष सिंह 
Updated Date

नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी के मीडिया एवं प्रचार विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा (Pawan Khera) ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि इस देश में शतरंज का खेल चल रहा है, लेकिन खिलाड़ी कौन है? इस पर हम निर्णायक तौर पर पहुंचे नही हैं। अलग-अलग मोहरे हैं। उनमें से एक मोहरे के विषय पर बात करने हम हैं, जिनका नाम है माधबी पुरी बुच (Madhabi Puri Buch)।

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पवन खेड़ा ने आगे कहा कि माधबी पुरी बुच (Madhabi Puri Buch) , SEBI की मेंबर थीं, उसके बाद 2 मार्च 2022 को चेयरपर्सन बनीं। सेबी शेयर मार्केट (SEBI Share Market) की रेगुलेटर है और इनकी नियुक्ति प्रधानमंत्री और गृहमंत्री करते हैं। पवन खेड़ा (Pawan Khera) ने दावा किया कि SEBI चीफ साथ तीन जगहों से सैलरी ले रही थीं। वो ICICI बैंक, ICICI प्रुडेंशियल और SEBI से एक साथ सैलरी ले रही थीं।

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पवन खेड़ा (Pawan Khera) ने कहा कि 2017 से 2024 के बीच में करोड़ों की रेगुलर इनकम ICICI बैंक ले रही थीं और ईशॉप पर जो टीडीएस था, वो भी यही बैंक दे रहा था। यह सीधे-सीधे SEBI के सेक्शन-54 का उल्लंघन है। इसलिए अगर माधबी पुरी बुच (Madhabi Puri Buch) में थोड़ी भी शर्म होगी तो उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा (Pawan Khera) ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI), शेयर बाजार को विनियमित करने में अहम भूमिका निभाता है, जहां हम सभी अपना पैसा निवेश करते हैं, लेकिन सेबी अध्यक्ष की नियुक्ति कौन करता है? यह कैबिनेट की नियुक्ति समिति है, जिसमें प्रधान मंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शामिल हैं। इस समिति के दो सदस्य सेबी अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए जिम्मेदार हैं।

उन्होंने आगे कहा कि सेबी अध्यक्ष माधबी पुरी बुच (SEBI Chairman Madhabi Puri Buch) के संबंध में, यह ध्यान दिया गया कि उन्हें 2017 और 2024 के बीच ICICI बैंक से 16.8 करोड़ रुपये की नियमित आय प्राप्त हुई। अगर आप पूर्णकालिक सेबी सदस्य हैं, तो आप ICICI बैंक से वेतन क्यों प्राप्त कर रहे थे? पवन खेड़ा (Pawan Khera)  ने कहा कि वे ESOP और ESOP का TDS भी ICICI बैंक से ले रही थीं। इसलिए हम जानना चाहते हैं कि आप SEBI की पूर्णकालिक सदस्य होने के बाद भी अपना वेतन ICICI से क्यों ले रही थीं?

पीएम मोदी से पवन खेड़ा ने पूछे ये सवाल

जब SEBI के हेड चुनते हैं, तो इसका क्राइटेरिया क्या होता है? क्या नियुक्ति के वक्त ACC के सामने ये तथ्य आए थे या नहीं और नहीं आए थे तो कैसी सरकार चला रहे हैं? क्या प्रधानमंत्री को यह जानकारी थी कि सेबी (SEBI)  की चेयरपर्सन एक ऑफिस ऑफ प्रॉफिट पर बैठी हैं और सेबी (SEBI) की मेंबर के साथ ICICI से तनख्वाह ले रही हैं? क्या पीएम को मालूम है कि सेबी की चेयरपर्सन ICICI के कई मामलों पर फैसले ले रही हैं? सेबी की चेयरपर्सन के बारे में इतने तथ्य हैं फिर भी उनको कौन बचा रहा है?

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‘शतरंज के खिलाड़ी कौन?’

पवन खेड़ा (Pawan Khera)  ने आगे कहा कि इस दौरान ICICI के कई केस सेबी का हाथ में हैं और सेबी (SEBI)  उस पर फैसला दे रहा है। इस शतरंज के खिलाड़ी कौन हैं, जिनको ये भी नहीं डर है कि कभी भी खुलासे हो सकते हैं। आपका नया इंडिया है, तो ये भी नई कांग्रेस है, बहुत खुलासे करती है। बता दें कि पवन खेड़ा (Pawan Khera) ने सोशल मीडिया पोस्ट करते हुए इस बात का ऐलान किया था कि आज सुबह 11:30 बजे, बड़ा खुलासा किया जाएगा।

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