सनातन धर्म में तीज त्योहारों की श्रंखला में दिवाली एक प्रमुख त्योहार है। कार्तिक मास की अमावस्या तिथि के दिन दिवाली का त्योहार मनाया जाता है।
Diwali 2022 : सनातन धर्म में तीज त्योहारों की श्रंखला में दिवाली एक प्रमुख त्योहार है। कार्तिक मास की अमावस्या तिथि के दिन दिवाली का त्योहार मनाया जाता है। इस वर्ष 12 नवंबर, रविवार को दिवाली मनाई जाएगी। इस बार मां लक्ष्मी की पूजा (Lakshmi Puja) का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 7 मिनट से लेकर शाम 6 बजकर 57 मिनट पर बताया जा रहा है।
धन की देवी लक्ष्मी का वास होता है
भारतीय त्योहारों का भोजन के साथ घनिष्ठ संबंध है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, माना जाता है कि दिवाली के दिन सूरन खाने से परिवार में सुख-समृद्धि आती है, क्योंकि इस कंद के भीतर खुद धन की देवी लक्ष्मी का वास होता है।
धन के भंडारण और बढ़ती हुई समृद्धि से जोड़ा जाता है। दिवाली के दिन सूरन खाने के पीछे एक किंवदंती है। सूरन आलू की तरह भूमि के अंदर उगती है, ये एक ऐसी सब्जी है जिसकी जड़ों की कटाई के बाद भी उसी जड़ से फिर से सुरन उग आता है। सूरन की इस सब्जी के गुण को दिवाली के दौरान धन के भंडारण और बढ़ती हुई समृद्धि से जोड़ा जाता है। दीपावली के त्योहार पर सूरन की डिमांड काफी बढ़ जाती है।