Draupadi Murmu Nomination: केंद्र में सत्तारूढ़ एनडीए (NDA) गठबंधन की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu ) ने शुक्रवार को नामांकन दाखिल कर दिया है। इस दौरान उनके साथ पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) भी मौजूद थे। बता दें कि द्रौपदी मुर्मू की ओर से 4 सेटों में नामांकन दाखिल किया गया है। पहले सेट में पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) खुद प्रस्तावक बने हैं।
Draupadi Murmu Nomination: केंद्र में सत्तारूढ़ एनडीए (NDA) गठबंधन की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu ) ने शुक्रवार को नामांकन दाखिल कर दिया है। इस दौरान उनके साथ पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) भी मौजूद थे। बता दें कि द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu ) की ओर से 4 सेटों में नामांकन दाखिल किया गया है। पहले सेट में पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) खुद प्रस्तावक बने हैं। इसके अलावा अमित शाह, राजनाथ सिंह समेत भाजपा संसदीय दल के सदस्यों ने उनके नाम का अनुमोदन किया। नामांकन की प्रक्रिया के दौरान जेपी नड्डा, अमित शाह और केंद्र सरकार के कई मंत्री भी मौजूद थे।
NDA's Presidential candidate #DroupadiMurmu files her nomination in the presence of PM Modi, Union cabinet ministers & CMs of BJP & NDA ruled states, at Parliament building. pic.twitter.com/xWePlb3Snj
— SansadTV (@sansad_tv) June 24, 2022
एनडीए (NDA) के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu ) ने अपना नामांकन दाखिल करने से पहले संसद में महात्मा गांधी, डॉ बीआर अंबेडकर और बिरसा मुंडा की मूर्तियों पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
NDA Presidential candidate #DroupadiMurmu pays tributes at the statues of Mahatma Gandhi, Dr BR Ambedkar & Birsa Munda at Parliament, ahead of filing her nomination.#PresidentialElections pic.twitter.com/pzyOjowxc2
— SansadTV (@sansad_tv) June 24, 2022
द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu ) के नामांकन के दौरान यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत भाजपा शासित राज्यों के कई मुख्यमंत्री भी पहुंचे थे। द्रौपदी मुर्मू 1997 में भाजपा में शामिल हुईं थी। द्रौपदी मुर्मू ओडिशा विधानसभा की सदस्य रहीं हैं। वह नवीन पटनायक की सरकार में मंत्री के तौर पर भी काम कर चुकी हैं। यही नहीं वह झारखंड की पहली महिला राज्यपाल भी थीं।
जेडीयू, बीजेडी, वाईएसआर समेत कई दलों के नेता रहे मौजूद
द्रौपदी मुर्मू के नाम के ऐलान के बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा था कि यह बेहतर होता कि वह निर्विरोध ही चुन ली जातीं। द्रौपदी मुर्मू के नाम के ऐलान के बाद से अब तक नवीन पटनायक, वाईएसआर कांग्रेस के नेता जगन मोहन रेड्डी ने समर्थन का ऐलान किया है। इसके अलावा झारखंड मुक्ति मोर्चा भी अदिवासी महिला के नाम पर समर्थन कर सकती है। ऐसे में उनकी जीत तय मानी जा रही है। इस मौके पर बीजू जनता दल और वाईएसआर कांग्रेस के कई सांसद भी मौजूद थे। इससे माना जा रहा है कि एनडीए ने द्रौपदी मुर्मू के नामांकन के साथ ही शक्ति प्रदर्शन भी किया। बीजेडी और वाईएसआर कांग्रेस समेत कई दलों के नेताओं की मौजूदगी से साफ है कि नामांकन के साथ ही जीत का दम भी एनडीए ने भरा है।
देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति होंगी द्रौपदी मुर्मू
संथाल जनजाति समुदाय से आने वालीं द्रौपदी मुर्मू को सादगी और संघर्ष की जिंदगी के लिए जाना जाता है। 2009 के बाद से अपने पति और दो बेटों समेत कई परिजनों को खोने वालीं द्रौपदी मुर्मू ने कठिन संघर्ष के बीच अपनी बेटियों की परवरिश की थी। ओडिशा के मयूरभंज जिले में जन्मीं द्रौपदी मुर्मू यदि चुनाव में जीत हासिल करती हैं तो वह देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति होंगी। नामांकन दाखिल करने से पहले द्रौपदी मुर्मू ने अमित शाह, जेपी नड्डा समेत कई नेताओं से मुलाकात की।