यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल मार्ग दर्शन में प्रदेश के हर नागरिक के जीवन और जीविका के बचाने का प्रयास हो रहा है। उसके अनुकूल परिणाम भी सामने आ रहे हैं।श्री योगी ने कोविड अस्पताल, कोविड कन्ट्रोल रुम तथा जन प्रतिनिधियों के साथ बैठक करने के बाद पत्रकारों से कहा कि देश में उत्तर प्रदेश आबादी के रूप में सबसे बड़ा राज्य होने के बाद भी अपनी प्रभावी भूमिका के रूप में कार्य कर रहा है।
देवरिया। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल मार्ग दर्शन में प्रदेश के हर नागरिक के जीवन और जीविका के बचाने का प्रयास हो रहा है। उसके अनुकूल परिणाम भी सामने आ रहे हैं।
श्री योगी ने कोविड अस्पताल, कोविड कन्ट्रोल रुम तथा जन प्रतिनिधियों के साथ बैठक करने के बाद पत्रकारों से कहा कि देश में उत्तर प्रदेश आबादी के रूप में सबसे बड़ा राज्य होने के बाद भी अपनी प्रभावी भूमिका के रूप में कार्य कर रहा है। जितनी बड़ी आबादी थी,उस हिसाब से हमारे सामने चुनौती भी थी तथा विशेषज्ञों ने तमाम प्रकार की आशंका भी व्यक्त किये थे लेकिन टीम वर्क तथा प्रधानमंत्री मोदी के कोरोना से लड़ने के लिये ट्रिपल टी के फारमूले के आधार पर व्यापक अभियान चला।
जनपद देवरिया में पत्रकार बंधुओं से वार्ता… https://t.co/dBCfu03uTY
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) May 26, 2021
उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश में अभी तक चार करोड़ 77 लाख कोरोना टेस्ट किये गये हैं जो देश में अभी तक सर्वाधिक टेस्ट है। उन्होंने कहा कि इसी का परिणाम है कि प्रदेश के बारे में तमाम तरीके की आशंकाएं व्यक्त की जा रही थी लेकिन आज प्रदेश सुरक्षित है तथा आगे की ओर बढ़ रहा है। पूरे प्रदेश में के अन्दर आज मात्र 3,300 केस आये हैं। प्रदेश में आज एक्टिव केसों की संख्या 62,000 हो गई है।
श्री योगी ने कहा कि प्रदेश में गांव-गांव निगरानी समितियों के माध्यम से बीमार लोगों को दवा की किट वितरित किया जा रहा है तथा टेस्ट किया जा रहा है। इसी का परिणाम है कि आज प्रदेश में पाजिटिविटी केसों की संख्या तीन फीसदी के आसपास होकर रह गई है तथा रिकवरी रेट 95 फीसदी से अधिक का हो गया है और लगातार इसमें सुधार हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के दूसरी लहर में आक्सीजन की कुछ कठिनाई देखने को मिली थी लेकिन केन्द्र सरकार ने इस कमी को पूरा करने में सहयोग दिया। परिणाम सबके सामने है। पूरे प्रदेश में 20,000 आक्सीजन कंसंटे्टर,300 से ज्यादा आक्सीजन प्लांट अलग अलग अस्पतालों में लगाने की कार्रवाई चल रही है।
उन्होंने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिले बरसात में इंसेफेलाइटिस बीमारी के रूप में जाने जाते थे। केन्द्र सरकार के सहयोग से तीन वर्ष पूर्व गोरखपुर मंडल और बस्ती मंडल के हर जिलों में 12 से 15 बेडो के पिकू तथा तथा सीएचसी पर मिनी पीकू के निर्माण की कार्रवाई की गई थी।इसके माध्यम से हम इंसेफेलाइटिस बीमारी से मौत के आंकडों को 95 फीसदी रोकने में सफल हो गये।
श्री योगी ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुये तथा बच्चों को बचाने के लिये हमारी सरकार ने कमर कस लिया है। अब इन्हीं पीकू वार्डों में बच्चों के लिए घातक मानी जा रही कोरोना की तीसरी लहर में बीमार बच्चों का उपचार किया जायेगा तथा अभी से तैयारी कर बच्चों के दवा उपलब्ध करा रहे हैं।