शिवसेना के प्रवक्ता व राज्यसभा सांसद संजय राउत चार राज्यों में भाजपा की जीत पर बड़ा तंज कसा है। उन्होंने कहा कि भले ही बीजेपी ने बड़ी जीत हासिल की है, लेकिन उसे कामयाबी को पचाना सीखना चाहिए। यूपी में जीत पर राउत ने कहा कि यह भाजपा का राज्य था, अब भी है, लेकिन अखिलेश की सीटें तीन गुना बढ़ी हैं। उन्होंने कहा कि सपा 42 से 125 पर पहुंची है। मायावती व ओवैसी ने भाजपा की जीत में योगदान दिया, इसलिए उन्हें पद्म विभूषण व भारत रत्न देना चाहिए।
मुंबई। शिवसेना के प्रवक्ता व राज्यसभा सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) चार राज्यों में भाजपा (BJP) की जीत पर बड़ा तंज कसा है। उन्होंने कहा कि भले ही बीजेपी (BJP) ने बड़ी जीत हासिल की है, लेकिन उसे कामयाबी को पचाना सीखना चाहिए। यूपी में जीत पर राउत ने कहा कि यह भाजपा (BJP) का राज्य था, अब भी है, लेकिन अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की सीटें तीन गुना बढ़ी हैं। उन्होंने कहा कि सपा 42 से 125 पर पहुंची है। मायावती (Mayawati) व ओवैसी ने भाजपा की जीत में योगदान दिया, इसलिए उन्हें पद्म विभूषण (Padma Vibhushan) व भारत रत्न (Bharat Ratna) देना चाहिए।
पंजाब के लोगों ने राष्ट्रवादी पार्टियों को ठुकराया
शिवसेना ने कहा कि पांच राज्यों के चुनाव में से बीजेपी ने चार में जीत हासिल की। इससे हमें दुख हो, ऐसा कोई कारण नहीं है। हम उनकी खुशी में शामिल हैं। राउत ने इसके साथ ही सवाल खड़ा किया कि उत्तराखंड के सीएम क्यों हारे? गोवा में दो डिप्टी सीएम क्यों हारे? सबसे ज्यादा चिंता की बात पंजाब है, भाजपा जैसी राष्ट्रवादी पार्टी पंजाब में पूरी तरह ठुकरा दी गई।
राउत ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री सभी ने पंजाब में जबर्दस्त प्रचार किया था, तो फिर पंजाब में क्यों हारे? शिवसेना नेता ने कहा कि यूपी, उत्तराखंड व गोवा पहले से भाजपा के थे, यह सही है, लेकिन भाजपा यूपी में कांग्रेस व शिवसेना की हार की तुलना में पंजाब में भाजपा की हार ज्यादा बड़ी है।
नोट की कमी थी, इसलिए हमें नोटा से कम वोट मिले
गोवा, उत्तर प्रदेश व मणिपुर चुनाव में शिवसेना के निराशा जनक प्रदर्शन पर संजय राउत ने कहा कि उनकी पार्टी को ‘नोटा’ से भी कम वोट इसलिए मिले, क्योंकि उसके पास ‘नोट’ कम थे। उन्होंने कहा कि भाजपा को अपनी सफलता को पचाना सीखना चाहिए। कुछ ही लोग सफलता को पचा पाते हैं। विफलता को तो पचाना आसान है, लेकिन सफलता को पचाना मुश्किल है। उसकी जीत अच्छे चुनाव प्रबंधन के कारण हुई है।