इंग्लैंड का यूरो कप को चूमने का सपना अधूरा रह गया। यूरो कप के फाइनल में इटली ने इंग्लैंड को मात देते हुए कप अपने नाम कर लिया। इटली के लिए पेनल्टी शूट आउट वरदान बन गई। इटली ने पेनेल्टी शूटआउट में 3-2 से हराकर कप अपने नाम किया।
नई दिल्ली: इंग्लैंड का यूरो कप को चूमने का सपना अधूरा रह गया। यूरो कप के फाइनल में इटली ने इंग्लैंड को मात देते हुए कप अपने नाम कर लिया। इटली के लिए पेनल्टी शूट आउट वरदान बन गई। इटली ने पेनेल्टी शूटआउट में 3-2 से हराकर कप अपने नाम किया।
बता दें कि इंग्लैंड की फुटबॉल टीम रविवार को यूरो फाइनल 2020 मुकाबले में पिछले 33 मैचों से अजेय रही इटली के खिलाफ अपने घरेलू मैदान पर पर 55 साल का सूखा खत्म करने के लिए उतरी थी। इंग्लैंड 1966 में विश्व चैम्पियन बना था और टीम उसके बाद किसी बड़े टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने में नाकाम रही है। फाइनल में उनके सामने यूरोप की सबसे सफल टीमों में से एक है जिसने विश्व कप का खिताब चार बार जीता है। वहीं इटली की ये 34वीं जीत रही।
इटली के अनुभवी डिफेंडर जियोर्जियो चिलिनी ने मैच से पहले कहा था कि देश के लिए ट्रॉफी जीतने का दबाव आपके और टीम के लिए प्रेरणा हो सकता है। यह करियर के आखिरी पड़ाव पर और अधिक प्रेरणदायी होता है। उन्होंने कहा, ‘‘शायद 36 साल की उम्र में आप इसके महत्व को और अधिक महसूस करते है। आप जानते है कि यह कितना कठिन है और इसमें कितनी मेहनत करनी होती है।”