कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच जहां एक तरफ पूरे देश में वैक्सीन लगवाने के लिए स्वास्थ्य केंद्रों पर लंबी-लंबी लाइनें नजर आ रही है। वहीं, बाराबंकी में अजीबो—गरीब नजारा देखने को मिला है। स्वास्थ्य विभाग की टीम जैसे ही वैक्सीन लगाने एक गांव में पहुंची वहां इससे बचने के लिए कुछ लोग डर से सरयू नदीं में कूद गए। यह देखकर अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए।
नई दिल्ली। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच जहां एक तरफ पूरे देश में वैक्सीन लगवाने के लिए स्वास्थ्य केंद्रों पर लंबी-लंबी लाइनें नजर आ रही है। वहीं, बाराबंकी में अजीबो—गरीब नजारा देखने को मिला है। स्वास्थ्य विभाग की टीम जैसे ही वैक्सीन लगाने एक गांव में पहुंची वहां इससे बचने के लिए कुछ लोग डर से सरयू नदीं में कूद गए। यह देखकर अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए।
मामला रामनगर के सिसौदा गांव का है जहां शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ग्रामीणों को कोरोना वैक्सीन देने गई थी। इसी बीच गांव के ज़्यादातर ग्रामीण वैक्सीन लगाए जाने के डर से गांव के बाहर सरयू नदी के पास जाकर खड़े हो गए।
एसडीएम रामनगर राजीव शुक्ला गांव में चल रहे टीकाकरण का जायजा लेने पहुंचे तो उन्हें देखकर सरयू नदी के किनारे मौजूद लोग समझाने के बावजूद नदी में कूद गए। वह वैक्सीन नहीं लगवाना चाहते थे । मौके पर पहुंचे एसडीएम ने नदी में कूदे लोगों को बुलाकर समझाया। इसके बावजूद सिर्फ 14 लोगों ने ही टीका लगवाया। बता दें कि गांव में तेजी से फैल रहे संक्रमण के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम शनिवार को टीका लगाने पहुंची थी।
इसको लेकर एसडीएम राजीव शुक्ला ने बताया कि मैं ग्रामीणों को समझाने गया था, लेकिन वे लोग नदी में कूद गए। फिर उन्हें समझाया गया, जिसके बाद भी सिर्फ 14 लोग वैक्सीन लगवाने को तैयार हुए।