सनातन धर्म में भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा जाता है। भगवान गणेश की पूजा पूजा पाठ में सर्वप्रथम कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गणेश की पूजा अर्चना से कार्य सिद्ध होता है।
Ganesh Jayanti 2022 : सनातन धर्म में भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा जाता है। भगवान गणेश की पूजा पूजा पाठ में सर्वप्रथम कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गणेश की पूजा अर्चना से कार्य सिद्ध होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार माघ शुक्ल चतुर्थी को गणेश जयंती के रूप में मनाया जाता है।
. इस बार गणेश जयंती यह 4 फरवरी, शुक्रवार के दिन मनाई जाएगी। इसे विनायक चतुर्थी भी कहते हैं।पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था। गणेश जयंती के अवसर पर भगवान गणेश की पूजा की जाती है।इस दिन भगवान गणेश की विशेष पूजा और मंत्रों का जाप कर उन्हें प्रसन्न किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान गणेश की पूजा अर्चना के अतिरिक्त कुछ अन्य धार्मिक कार्य किए जाने से सफलता मिलती है। आइये जानते है कि गणेश जयंती के दिन किस प्रकार के उपाय करने से भगवान गणेश अपना आशीर्वाद प्रदान करते है।
1.गणेश जयंती के दिन घर में गणेश यंत्र की स्थापना करना अत्यंत शुभ माना गया है। मान्यता है कि ऐसा करने से घर में सुख और समृद्धि बनी रहती है।
2.गणेश जयंती के दिन हाथी को चारा खिलाने से भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं और भक्तों को मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद देते हैं।
3.इस दिन चूहे को अनाज खिलाना भी शुभ माना गया है। ऐसे में यदि संभव हो तो मूषक को भोजन दें।
4.इस दिन जरुरतमंदों को अन्न, वस्त्र और अनाज आदि का दान देने से भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं और विघ्नों को दूर करते हैं।