गोण्डा की जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने देर रात परसपुर स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। विद्यालय परिसर में अव्यवस्थाओं को देखकर जिलाधिकारी ने जिम्मेदारों की जमकर फटकार लगाई। इस दौरान जिलाधिकारी ने छात्राओं से बात की और विद्यालयों में मिल रही सुविधाओं का जायजा लिया।
गोण्डा । गोण्डा की जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने देर रात परसपुर स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। विद्यालय परिसर में अव्यवस्थाओं को देखकर जिलाधिकारी ने जिम्मेदारों की जमकर फटकार लगाई। इस दौरान जिलाधिकारी ने छात्राओं से बात की और विद्यालयों में मिल रही सुविधाओं का जायजा लिया।
100 के सापेक्ष विद्यालय में सिर्फ 11 छात्राएं ही मिली उपस्थित
जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और जिला समन्वयक बालिका शिक्षा भी देर रात विद्यालय पहुंचे। निरीक्षण में अधिकारियों को विद्यालय में 100 के सापेक्ष सिर्फ 11 छात्राएं ही उपस्थित मिली। शेष छात्राओं के संबंध में वार्डेन द्वारा कोई स्पष्ट उत्तर नहीं दिया गया। उपस्थिति पंजिका में कक्षा 07 और कक्षा 08 की छात्राओं की उपस्थिति बीते 17 अगस्त के बाद से नहीं दर्ज की गई। जबकि, वार्डेन द्वारा प्रेरणा पोर्टल पर फर्जी उपस्थिति दिखाई गई और उसके सापेक्ष धनराशि का समायोजन/भुगतान कराया गया। विद्यालय में वित्तीय अनियमितता, निरीक्षण के दौरान मिली अव्यवस्थाओं और लापरवाही को देखते हुए वार्डन समेत चार के खिलाफ परसपुर थाने में देर रात एफआईआर दर्ज कराई गई ।
19 अगस्त को ही अपने घर चली गई थीं बालिकाएं
जिला समन्वयक बालिका शिक्षा द्वारा बताया गया कि वार्डेन को स्पष्ट निर्देश हैं कि अगर कोई बालिका विद्यालय परिसर से बाहर जाती है तो उनका विवरण आवागमन पंजिका में अंकित किया जाना चाहिए। परसपुर विद्यालय में वार्डन के स्तर पर इस संबंध में लापरवाही बरती गई है। आवागमन पंजिका में छात्राओं के बाहर जाने के संबंध में सूचना अंकित नहीं की गई। इस निरीक्षण के दौरान कई छात्राओं के अभिभावकों से दुरभाष पर वार्ता की गई। जिसमें, अभिभावकों द्वारा छात्राएं बीती 19 अगस्त को ही घर चले जाने की जानकारी दी गई। जिबकी वार्डन द्वारा उनके उसी दिन (21 अगस्त) को घर जाने की जानकारी दी गई थी।
दूरभाष पर वार्ता के दौरान पाया गया कि छात्राएं अपने-अपने घर पर हैं। जिला समन्वयक बालिका शिक्षा ने बताया कि छात्राओं की सुरक्षा का दायित्व विद्यालय के वार्डेन, पूर्ण कालिक शिक्षिका, चौकीदार एवं पीआरडी जवान का होता है लेकिन, यहां जिम्मेदारों द्वारा अपने दायित्व का निर्वाहन नहीं किया गया है। जिसके चलते वार्डेन सरिता सिंह, पूर्ण कालिक शिक्षिका सुषम पाल, चौकीदार विष्णु प्रताप सिंह और पीआरडी जवान दिलीप कुमार मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।