Good News: कोरोना संकट (corona crisis) की रफ्तार कम होते ही देश की इकनॉमी (economy) में सुधार होने लगा है। वित्त वर्ष 2022 की अप्रैल-जून तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के आंकड़ों से इसके संकेत मिले हैं। आंकड़े मुताबिक, इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल जून में देश की GDP दर बढ़कर 20.1 फीसदी हो गई।
Good News: कोरोना संकट (corona crisis) की रफ्तार कम होते ही देश की इकनॉमी (economy) में सुधार होने लगा है। वित्त वर्ष 2022 की अप्रैल-जून तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के आंकड़ों से इसके संकेत मिले हैं। आंकड़े मुताबिक, इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल जून में देश की GDP दर बढ़कर 20.1 फीसदी हो गई।
पिछले साल समान तिहारी में GDP ग्रोथ रेट निगेटिव में 23.9 फीसदी रही थी। बता दें कि, पिछली तिमाही की तुलना में देखे तो इस साल की वृद्धि दर ऊंची रही है। आंकड़ों के मुताबिक, 2021-22 की पहली तिमाही में जीडीपी 32.38 लाख करोड़ रुपए रही है, जो 2020-21 की पहली तिमाही में 26.95 लाख करोड़ रुपए थी।
बता दें कि, कोरोना संकट के कारण मार्च से मई के दौरान लॉकडाउन लगाया गया था। इसके कारण ग्रोथ निगेटिव में पहुंच गया था। बहरहाल, कोरोना काल में पहली बार जीडीपी में इस स्तर की तेजी आई है। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के लिए ये राहत भरी खबर है।