गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सियासी पारा बढ़ा हुआ है। ये सियासी सरगर्मी उस दौरान और बढ़ गई जब आम आमदी पार्टी के सूरत (पूर्व) से उम्मीदवार कंचन जरीवाला ने बुधवार को अपना नामांकन वापस ले लिया। उनके नामांकन वापस लेते ही आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने बड़ा आरोप लगा दिया।
Gujarat election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सियासी पारा बढ़ा हुआ है। ये सियासी सरगर्मी उस दौरान और बढ़ गई जब आम आमदी पार्टी के सूरत (पूर्व) से उम्मीदवार कंचन जरीवाला (Kanchan Jariwala) ने बुधवार को अपना नामांकन वापस ले लिया। उनके नामांकन वापस लेते ही आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने बड़ा आरोप लगा दिया। इसके साथ ही आप ने भाजपा पर जरीवाला को अगवा करने और जबरन नामांकन वापसी का दबाव बनाने का आरोप लगाया था।
इन सबके बीच जरीवाला का बयान आया है और उन्होंने अपनी ही पार्टी पर निशाना साधा है। इसके साथ ही अपनी पार्टी द्वारा किए जा रहे दावे को खारिज कर दिया है। कंचन जरीवाला ने कहा कि, मेरे साथ कुछ फैमिली मैटर हो गया था। इसलिए ही मैंने अपना नामांकन वापस लिया। भाजपा ने मेरे ऊपर कोई दबाव नहीं डाला और न ही मैंने किसी के दबाव में अपना नामांकन वापस लिया।
मैं आम आदमी पार्टी में हूं या नहीं इस पर मैं जल्द ही स्टैंड क्लियर करुंगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रचार के दौरान लोग मुझसे पूछते थे कि मैं एक देश विरोधी और गुजरात विरोधी पार्टी का उम्मीदवार क्यों बना? इसके बाद मैंने अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनी और मैंने बिना किसी दबाव के अपना नामांकन वापस ले लिया।
चुनाव आयोग कार्यालय के बार धरने पर बैठे थे सिसोदिया
बता दें कि, इस मामले को लेकर डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Deputy CM Manish Sisodia) चुनाव आयोग कार्यालय के बाहर धरने पर भी बैठे थे। उनका आरोप था कि आप उम्मीदवार कंचन जरीवाला को अगवा किया गया है। सिसोदिया ने कहा था कि उन्हें आखिरी बार कल आरओ ऑफिस में देखा गया था। सिसोदिया ने कहा, 500 से ज्यादा पुलिस वाले जबरन कंचन जरीवाला को रिटर्निंग ऑफिसर के दफ्तर लेकर पहुंचे और बंदूक की नोक पर उनका नामांकन वापस कराया। सिसोदिया ने कहा, जो कुछ हो रहा है वह चुनाव आयोग पर सवाल खड़े करता है।