ग्रह मंडल में देवताओं के गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन हो गया है। बृहस्पति देव मीन राशि से निकलकर मेष राशि में गोचर कर रहे हैं।
Guru Gochar 2023: ग्रह मंडल में देवताओं के गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन हो गया है। बृहस्पति देव मीन राशि से निकलकर मेष राशि में गोचर कर रहे हैं। देवों के गुरु 22 अप्रैल 2022 को प्रातः 05:13 बजे मीन राशि से निकलकर मेष राशि में गोचर शुरू हो गया है। ज्योतिष के अनुसार, सुख-सौभाग्य, मान-सम्मान आदि का कारक माना गया है। कुंडली में जिस गुरु ग्रह के मजबूत होने पर जातक को शुभता और सफलता प्राप्त होती है।
ज्योतिष के अनुसार गुरु का अश्विनी नक्षत्र और मेष राशि में प्रवेश होगा जहां पर पहले से ही सूर्य, राहु और बुध विराजमान हैं। ज्योतिष के अनुसार मेष राशि में बृहस्पति और राहु का संग गुरु चांडाल योग बनाएगा और यह युति 30 अक्टूबर 2023 तक बनी रहेगी।
गुरु के गोचर से बन रही नई स्थितियों का विभिन्न राशियों पर विशेष असर पड़ेगा। आइये जानते है गुरु के मेष राशि में गोचर का प्रभाव।
1. मेष
मेष राशि के लोगों के लिए बृहस्पति का ये गोचर बहुत ही फलदायी साबित होगा. इस गोचर से मेष वालों को कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी। जो लोग एग्जाम्स की तैयारी कर रहे हैं उन लोगों को अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकते हैं।
2. वृष
गुरु आपके सांसारिक सुखों में वृद्धि होगी। सेहत में सुधार आएगा। भाग्योदय होगा।
3.मिथुन
आपके लिए यह गुरु का परिवर्तन सामान्य रूप से तो ठीक कहा जाएगा परंतु दांपत्य जीवन पर एवं भावनात्मक संबंधों में थोड़ा दिक्कतें उत्पन्न कर सकता है।
4.कर्क
आपके लिए गुरु का राशि परिवर्तन काफी लाभकारी है। मुख्य रूप से दशम भाव में गुरु चांडाल योग एक तरफ आपके पराक्रम में वृद्धि करेगा तो वहीं नौकरी-पेशे में आपके कद को बढ़ाएगा। अहंकार ना आने दें ।
5.सिंह
राजनीतिक व्यक्तियों के लिए काफी लाभकारी समय है। आपके वर्चस्व में वृद्धि होगी। धर्म-अध्यात्म में आस्था बढ़ेगी।
6.कन्या
क्षमता से अधिक जिम्मेदारियां एवं अत्यधिक खर्चों से परेशान होंगे। ऐसे में थोड़ा क्रोध पर नियंत्रण करें। कुछ खास संबंधों में तनाव हो सकता है।
7.तुला
राशि से सप्तम भाव में गुरु चांडाल योग थोड़ा सा दांपत्य जीवन में कठिनाइयां उत्पन्न कर सकता है एवं जीवनसाथी के स्वास्थ्य पर खराब प्रभाव डाल सकता है।
8.वृश्चिक
षष्ठ भाव में गुरु चांडाल योग उदर विकार एवं संबंधों में थोड़ा सा दिक्कतें उत्पन्न करता है। जल्दबाजी में कोई कार्य न करें। हालांकि बृहस्पति का दशम भाव पर दृष्टि कार्यक्षेत्र के लिए हितकर होगा।
9.धनु
पंचम भाव का बयान आपकी इच्छा शक्ति एवं आध्यात्मिक शक्ति में काफी वृद्धि करेगा और आप काफी ऊर्जावान होंगे जिसका अपना कार्य क्षेत्र में काफी लाभ ले पाएंगे।
10.मकर
चतुर्थ भाव में गुरु चांडाल योग घरेलू सुखों को कम करने वाला है। विशेष रूप से यह माता के स्वास्थ्य के लिए खराब कहां जाएगा। साथ ही साथ बहनों के साथ भी आपके संबंध खराब हो सकते हैं।
11.कुंभ
राशि से तृतीय भाव में गुरु चांडाल योग पारिवारिक वातावरण में तनाव उत्पन्न करेगा। घर के भीतर वैचारिक मतभेद या शत्रुता आपको परेशान कर सकती है।
12.मीन
द्वितीय भाव में गुरु चांडाल योग एक तरफ तो काफी लाभकारी है और विशेष रूप से आपकी आर्थिक समृद्धि का सूचक है, लेकिन अनावश्यक कार्यों में धन का व्यय होना, आपके मन को परेशान करेगा।