वाराणसी कोर्ट के आदेश पर ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वे का काम पूरा हो गया है। सर्वे के आखिरी दिन हिंदू पक्ष के वकील ने दावा किया कि कुएं के अंदर शिवलिंग मिला है। तो वहीं, मुस्लिम पक्षकार ने इस दावे को साफ नकार दिया है। कहा कि अंदर ऐसा कुछ नहीं मिला।
लखनऊ। वाराणसी कोर्ट के आदेश पर ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वे का काम पूरा हो गया है। सर्वे के आखिरी दिन हिंदू पक्ष के वकील ने दावा किया कि कुएं के अंदर शिवलिंग मिला है। तो वहीं, मुस्लिम पक्षकार ने इस दावे को साफ नकार दिया है। कहा कि अंदर ऐसा कुछ नहीं मिला।
हालांकि इन दावों के बीच यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने ट्वीट कर कहा कि सत्य को आप कितना भी छुपा लीजिए, लेकिन एक दिन सामने आ ही जाता है। क्योंकि “सत्य ही शिव” है। बाबा की जय, हर हर महादेव। केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर ज्ञानवापी में बाबा महादेव के प्रकटीकरण ने देश की सनातन हिंदू परंपरा को एक पौराणिक संदेश दिया है।
"सत्य" को आप कितना भी छुपा लीजिये लेकिन एक दिन सामने आ ही जाता है क्योंकि "सत्य ही शिव" है।
बाबा की जय,
हर हर महादेव।।#GyanvapiTruthNow#ज्ञानवापी_मंदिर— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) May 16, 2022
इस बयान पर पलटवार करते हुए AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ज्ञानवापी मस्जिद थी, और कयामत तक रहेगी इंशाअल्लाह। यह बाबरी मस्जिद में दिसंबर 1949 की पाठ्यपुस्तक की पुनरावृत्ति है। यह आदेश ही मस्जिद के धार्मिक स्वरूप को बदल देता है। यह 1991 के एक्ट का उल्लंघन है। यह मेरी आशंका थी और यह सच हो गया है।
#ज्ञानवापी मस्जिद थी, और क़यामत तक रहेगी इंशा’अल्लाहpic.twitter.com/stNp8gneyl
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) May 16, 2022
कोर्ट पहुंचा मामला
शिवलिंग मिलने का मामला वाराणसी की सेशन कोर्ट पहुंच गया है। बताया जा रहा है कि जिस जगह पर शिवलिंग मिलने का दावा किया जा रहा है, कोर्ट ने उस जगह को सील करने का आदेश जारी किया है। वाराणसी कोर्ट ने जिलाधिकारी को आदेश देते हुए कहा कि उस स्थान को तत्काल प्रभाव से सील कर दें और किसी भी व्यक्ति को वहां जाने न दें। इसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन और सीआरपीएफ को दी गई है।