पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने मंगलवार को ट्वीट कर एक बार फिर कांग्रेस पार्टी पर बड़ा निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी जनता की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम करती है। वो हमेशा हिंदू धर्म की आस्था को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करती हैं। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री और गुजरात कांग्रेस नेता ने बयान दिया है की राम मंदिर की ईंटों पर कुत्ते पेशाब करते हैं। एक दूसरे ट्वीट में हार्दिक पटेल ने कांग्रेस पार्टी के नेताओं से सवाल करते हुए पूछा कि उनकी भगवान श्री राम से क्या दुश्मनी है?
गुजरात। पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने मंगलवार को ट्वीट कर एक बार फिर कांग्रेस पार्टी पर बड़ा निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी जनता की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम करती है। वो हमेशा हिंदू धर्म की आस्था को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करती हैं। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री और गुजरात कांग्रेस नेता ने बयान दिया है की राम मंदिर की ईंटों पर कुत्ते पेशाब करते हैं। एक दूसरे ट्वीट में हार्दिक पटेल ने कांग्रेस पार्टी के नेताओं से सवाल करते हुए पूछा कि उनकी भगवान श्री राम से क्या दुश्मनी है?
मैं कांग्रेस और उसके नेताओं से पूछना चाहता हूँ की आपको भगवान श्री राम से क्या दुश्मनी हैं ? हिंदुओ से क्यों इतनी नफरत ? सदियों बाद अयोध्या में भगवान श्री राम का मंदिर भी बन रहा है फिर भी कांग्रेस के नेता भगवान श्री राम के ख़िलाफ़ अनाप-शनाप बयान देते रहते हैं।
— Hardik Patel (@HardikPatel_) May 24, 2022
हार्दिक पटेल ने कांग्रेस पर क्या आरोप लगाए
कांग्रेस पार्टी देशहित और समाज हित के बिल्कुल विपरीत काम कर रही है। कांग्रेस पार्टी विरोध की राजनीति तक सीमत हो गई है। कांग्रेस राम मंदिर निर्माण, CAA-NRC, धारा 370, जीएसटी लागू करने में बाधा थी। जब देश संकट में था, तब हमारे नेता विदेश में थे।
बता दें कि हार्दिक पटेल को गुजरात कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था, लेकिन बीते कुछ वक्त से वह कांग्रेस नेतृत्व से नाराज चल रहे हैं। कई बार वह अपनी नाराजगी खुलकर जता भी चुके थे। उन्होंने यहां तक कह दिया था कि कांग्रेस में उनकी हालत ऐसी हो गई है जैसे नए दूल्हे की नसबंदी करा दी हो। यहां वह कहना चाह रहे थे कि उनके पास पार्टी में फैसला लेने की कोई पावर नहीं है। हार्दिक पटेल ने कहा था कि उनकी नाराजगी राहुल गांधी, प्रियंका गांधी या सोनिया गांधी से नहीं है, बल्कि स्टेट लीडरशिप से है।