HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. देश
  3. वह गरीब विरोधी हैं और उनमें मानवता नहीं है…केंद्र सरकार पर जमकर बरसे सीएम सिद्धारमैया

वह गरीब विरोधी हैं और उनमें मानवता नहीं है…केंद्र सरकार पर जमकर बरसे सीएम सिद्धारमैया

सिद्धारमैया ने ​केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए उसे नीच और गरीब विरोधी तक कह दिया। ​सिद्धारमैया के इस विवादित बयान के बाद सियासी पारा और बढ़ गया है और भाजपा नेताओं ने भी उन पर पलटवार शुरू कर दिया है।

By शिव मौर्या 
Updated Date

बेंगलुरू। कर्नाटक (Karnataka) के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (Chief Minister Siddaramaiah) ने भाजपा सरकार (BJP government) को गरीब विरोधी बताते हुए जमकर निशाना साधा है। उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि सरकार ने अतिरिक्त चावल की सप्लाई देने से इनकार कर दिया है। यही नहीं सिद्धारमैया (Siddaramaiah) ने ​केंद्र की भाजपा सरकार (BJP government) पर निशाना साधते हुए उसे नीच और गरीब विरोधी तक कह दिया। ​सिद्धारमैया (Siddaramaiah)  के इस विवादित बयान के बाद सियासी पारा और बढ़ गया है और भाजपा नेताओं ने भी उन पर पलटवार शुरू कर दिया है।

पढ़ें :- यूपी में दिल्ली वाले करते हैं आधा काम, मुख्यमंत्री जी से सबकुछ दिन लिया गया है वो अपना डीजीपी नहीं बना सकते: अखिलेश यादव

अन्य भाग्य योजना शुरू करने का किया था एलान
दरअसल, सिद्धारमैया सरकार (Siddaramaiah government) ने चुनाव के दौरान कई बड़े एलान किए थे। इसमें एक सबसे महत्वपूर्ण योजना थी अन्य भाग्य योजना। इसके तहत सरकार ने लाभार्थी को पांच ​किलो अतिरिक्त चालव देने की बात कही थी। अपने इसी योजना के लिए सिद्धारमैया सरकार ने केंद्र सरकार से चावल की सप्लाई करने की मांग की थी।

पहले थे तैयार अब केंद्र सरकार हटी पीछे
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (Chief Minister Siddaramaiah) ने कहा कि, उनकी सरकार और फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के बीच चावलों की आपूर्ति के लिए समझौता हुआ था। इस समझौते के बाद भी केंद सरकार ने चावल देने से इनकार ​कर दिया। उन्होंने कहा कि चावल के भुगतान के लिए हम तैयार थे। हम मुफ्त में चावल नहीं मांग रहे थे। इसके बाद भी उन्होंने चावल देने से मना कर दिया। साथ ही कहा कि अब आप ही बताइए कि वह कितने नीच हैं। वह गरीब विरोधी हैं और उनमें मानवता नहीं है।

 

पढ़ें :- अमेठी बीएसए का आदेश शिक्षा विभाग की नीयत और गंभीरता पर खड़े कर दिए सवाल, अभिभावक असमंजस में
इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...