HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. ख़बरें जरा हटके
  3. बेबसी: मासूम बच्चे का शव थैले में रखकर बस से तय किया सफर, किसी को न लगे भनक इसलिए बेबस पिता पी गया आंसू

बेबसी: मासूम बच्चे का शव थैले में रखकर बस से तय किया सफर, किसी को न लगे भनक इसलिए बेबस पिता पी गया आंसू

मध्य प्रदेश के डिंडोरी से बेहद मार्मिक और दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक लाचार पिता को जब शव वाहन न मिलने पर वह अपने दिल के टुकड़े अपने मासूम के शव को थैले में लेकर कलेजे से लगाएं...

By प्रिन्सी साहू 
Updated Date

मध्य प्रदेश के डिंडोरी से बेहद मार्मिक और दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक लाचार पिता को जब शव वाहन न मिलने पर वह अपने दिल के टुकड़े अपने मासूम के शव को थैले में लेकर कलेजे से लगाएं 150 किली मीटर का सफर बस से तय करने पर मजबूर हुआ।

पढ़ें :- Shocking News:समोसा खाते ही पांच साल के बच्चे की अचानक बिगड़ी तबियत, आलू के बीच मरी छिपकली देख उड़ गए होश

लोगों को इसकी भनक न लगे इसलिए अपने आंसू को भी पी गया..

इतना ही नहीं बस पर सफर कर रहे बाकी लोगों को इसकी भनक न लगे इसलिए अपने आंसू को भी पी गया। अगर किसी को पता चल जाता तो उसे बस से उतार दिया जाता।

डॉक्टरों ने जबलपुर अस्पताल में रेफर कर दिया…

आपको बता दें कि डिंडोरी के सहजपुरी निवासी सुनील धुर्वे की पत्नी जमनी बाई ने 13 जून को बेटे को जन्म दिया था। उसकी पत्नी की डिलीवरी डिंडोरी के जिला अस्पताल में हुई थी।  नवजात मासूम कमजोर पैदा हुआ था इस कारण 14 जून को डॉक्टरों ने जबलपुर अस्पताल में रेफर कर दिया। इलाज के दौरान नवजात मासूम की 15 जून गुरुवार को मौत हो गई।

पढ़ें :- साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के खिलाफ मुंबई के स्पेशल NIA कोर्ट ने जारी किया वारंट, लिखा- 'ज़िंदा रही तो कोर्ट अवश्य जाऊंगी'

कलेजे के टुकड़े नवजात को एक थैले में रख लिया..

नवजात के पिता ने शव को डिंडरी लाने के लिए शव वाहन की मांग की। लेकिन अस्पताल ने मना कर दिया। जब नवजात के पिता को कोई और रास्ता नजर नहीं आया तो अपने कलेजे के टुकड़े नवजात को एक थैले में रख लिया और बस से डिंडौरी पहुंच गया। जहां उसने नर्मदा किनारे दफनाया।

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...