HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. देश
  3. ‘निज्जर की हत्या से जुड़ी जांच से भारत को इनकार नहीं’, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कनाडा सरकार से मांगे सबूत

‘निज्जर की हत्या से जुड़ी जांच से भारत को इनकार नहीं’, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कनाडा सरकार से मांगे सबूत

Nijjar Murder Case: खालिस्तानी आतंकवादी (Khalistani Terrorist) हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर कनाडा सरकार के दावों पर भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर (Foreign Minister S. Jaishankar) ने दो टूक जवाब दिया है। एस जयशंकर ने कहा कि भारत सरकार खालिस्तानी आतंकवादी निज्जर की हत्या से जुड़ी जांच से इनकार नहीं कर रही है। लेकिन कनाडा की सरकार को अपने उन दावों को साबित करने के लिए सबूत दिखाने चाहिए, जिसमें उसका कहना है कि निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट्स (Indian Agents) का हाथ था। भारतीय विदेश मंत्री ने ये बातें ब्रिटेन की राजधानी लंदन में कहीं। 

By Abhimanyu 
Updated Date

Nijjar Murder Case: खालिस्तानी आतंकवादी (Khalistani Terrorist) हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर कनाडा सरकार के दावों पर भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर (Foreign Minister S. Jaishankar) ने दो टूक जवाब दिया है। एस जयशंकर ने कहा कि भारत सरकार खालिस्तानी आतंकवादी निज्जर की हत्या से जुड़ी जांच से इनकार नहीं कर रही है। लेकिन कनाडा की सरकार को अपने उन दावों को साबित करने के लिए सबूत दिखाने चाहिए, जिसमें उसका कहना है कि निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट्स (Indian Agents) का हाथ था। भारतीय विदेश मंत्री ने ये बातें ब्रिटेन की राजधानी लंदन में कहीं।

पढ़ें :- बांग्लादेश के तख्तापलट में क्या बाहरी ताकतों का हाथ? राहुल गांधी के सवाल विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दिया ये जबाव

विदेश मंत्री एस. जयशंकर (Foreign Minister S. Jaishankar) ने लंदन में यूपी के लोखरी से 8वीं शताब्दी की चुराई गई मंदिर की मूर्तियों, योगिनी चामुंडा और योगिनी गोमुखी की वापसी समारोह में शामिल हुए। इस दौरान एस. जयशंकर ने कनाडा सरकार (Canada Government) पर जोरदार हमले बोले। विदेश मंत्री ने कहा कि हमें लगता है कि कनाडा की राजनीति में हिंसक और अतिवादी राजनीति को जगह मिली है। जिसका प्रमुख काम हिंसक तरीकों सहित भारत से अलगाववाद की बात करना है।

एस जयशंकर ने कहा कि इन लोगों को कनाडा की राजनीति में मिला दिया गया है। उनके पास अपने विचारों को रखेन की आजादी है। लेकिन बोलने या अभिव्यक्ति की आजादी एक जिम्मेदारी के साथ मिलती है। उन्होंने कहा कि इन आजादियों का गलत इस्तेमाल और राजनीतिक उद्देश्यों के लिए उसका दुरुपयोग बर्दाश्त करना सही नहीं है। अगर आपके पास ऐसा आरोप लगाने की कोई वजह है, तो कृपया हमारे साथ सबूत साझा करें। हम जांच से इनकार नहीं कर रहे हैं।

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...