IT Raid: इत्र कारोबारी पीयूष जैन के बाद समाजवादी पार्टी के एमएलसी पुष्पराज जैन उर्फ पम्पी जैन (Pushpraj Jain aka Pumpi Jain) के यहां आयकर का छापा पड़ा है। पुष्पराज जैन (Pushpraj Jain) के साथ कई अन्य लोगों के घर और दफ्तरों पर छापेमारी चल रही है। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि लगातार पिछले कई दिनों से सूचनाएं आ रहीं थीं कि, समाजवादियों के ऊपर छापे पड़ेंगे। कई बार अखबार में भी छोटी छोटी बड़ी बड़ी खबरों में पढ़ने को मिलता था कि समाजवादियों के वहां छापे पड़ेंगे।
IT Raid: इत्र कारोबारी पीयूष जैन के बाद समाजवादी पार्टी के एमएलसी पुष्पराज जैन उर्फ पम्पी जैन (Pushpraj Jain aka Pumpi Jain) के यहां आयकर का छापा पड़ा है। पुष्पराज जैन (Pushpraj Jain) के साथ कई अन्य लोगों के घर और दफ्तरों पर छापेमारी चल रही है। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि लगातार पिछले कई दिनों से सूचनाएं आ रहीं थीं कि, समाजवादियों के ऊपर छापे पड़ेंगे। कई बार अखबार में भी छोटी छोटी बड़ी बड़ी खबरों में पढ़ने को मिलता था कि समाजवादियों के वहां छापे पड़ेंगे।
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि, दिल्ली से जब भी भारतीय जनता पार्टी (BJP) का यूपी में कार्यक्रम होता है तो ऐसा लगता है कि अपने साथ में इन विभागों को भी बुलाते हैं। कन्नौज समाजवादियों से जुड़ा हुआ क्षेत्र रहा है। यहां का अगर इतिहास उठा कर देखेंगे यहां पर भाईचारे और सौहार्द का इतिहास रहा है। कन्नौज में इत्र कोई आज से नहीं बन रहा है बहुत वर्षों से यहां इत्र बन रहा है।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) December 31, 2021
कन्नौज की अपनी पहचान इत्र की रही है, कन्नौज इत्र के लिए यह राजधानी है, यह सुगंध की राजधानी है। साथ ही सपा अध्यक्ष ने कहा कि, यह इत्र का कारोबार बहुत बड़ा कारोबार है, बड़े लोगों को नौकरी, बड़े लोगों को रोजगार देता है, यहां एक परफ्यूमरी पार्क लाया गया था, जो ठप पड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि, BJP वालों ने कॉउ मिल्क प्लांट का सत्यानाश कर दिया है।
इंजीनियरिंग कॉलेज जैसा बना था, वैसे का वैसा ही आज पड़ा हुआ है। साथ ही पैरामेडिकल यहां पर शुरू होना चाहिए था। लखनऊ में और जगह बड़े-बड़े शहरों में जिस तरह से बिल्डिंग में बनती है उस तरह का पैरामेडिकल है उसका काम भी ठप कर दिया। अखिलेश ने कहा कि, कार्डियोलॉजी का डिपार्टमेंट था वह ठप कर दिया। कैंसर का प्राइमरी इलाज हो जाए वह भी बंद कर दिया। मेडिकल कॉलेज में जो ऑक्सीजन प्लांट बनना था, लगना था, वह नहीं लगाया।