वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने गुरुवार को अपने पहले राजनयिक भाषण में चीन को कड़ा संदेश दिया। इस दौरान बाइडन ने कहा “अमेरिका इज बैक”। अपने भाषण में बाइडन ने कहा कि अमेरिका चीन द्वारा पेश की जाने वाली चुनौतियों का सीधे तौर पर सामना करेगा। मगर बीजिंग के साथ मिलकर काम करने से भी देश कतराएगा नहीं।
राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि वो चीन द्वारा आर्थिक शोषण का मुकाबला करेंगे। इसके अलावा वो चीन के हमले को वैश्विक शासन और बौद्धिक संपदा पर कम करने के लिए दंडात्मक कार्रवाई भी करेंगे। अपने भाषण के दौरान बाइडन ने कहा, ‘अमेरिका के हित की बात आती है, तो हम बीजिंग के साथ मिलकर काम करने को भी तैयार हैं। हम अपने सहयोगियों तथा भागीदारों के साथ काम करके अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में अपनी भूमिका को नया रूप देकर, हमारी विश्वसनीयता एवं नैतिक अधिकार को पुनः प्राप्त करते हुए, देश के अंदर स्थिति बेहतर बनाने के लिए काम करेंगे।’
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने आगे कहा, ‘इसलिए ही हमने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमेरिका की भागीदारी बहाल करने और साझा चुनौतियों पर वैश्विक कार्रवाई को उत्प्रेरित करने की खातिर नेतृत्व की स्थिति में आने के लिए काम शुरू कर दिया।’ यही नहीं, इस दौरान बाइडन ने म्यांमार में हुए तख्तापलट को लेकर भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने सैन्य नेताओं से म्यांमार में तख्तापलट को खत्म करने का आग्रह भी किया।