पाकिस्तान (Pakistan) में कोरोना महामारी (corona pandemic) तेजी से पांव पसार नहीं है, जिसके चलते इमरान खान सरकार ने सख्ती करना शुरू कर दिया है। नेशनल कमांड एंड ऑपरेशन सेंटर (NCOC) ने फैसला लिया है कि 18 साल या इससे ऊपर के जिन लोगों ने अभी तक वैक्सीनेशन नहीं करवाया है।
नई दिल्ली। पाकिस्तान (Pakistan) में कोरोना महामारी (corona pandemic) तेजी से पांव पसार नहीं है, जिसके चलते इमरान खान सरकार ने सख्ती करना शुरू कर दिया है। नेशनल कमांड एंड ऑपरेशन सेंटर (NCOC) ने फैसला लिया है कि 18 साल या इससे ऊपर के जिन लोगों ने अभी तक वैक्सीनेशन नहीं करवाया है। वह 1 अगस्त से घरेलू हवाई यात्रा (Domestic Air Travel) नहीं कर पाएंगे। हालांकि पाकिस्तान सरकार ने प्रतिबंधों में विदेश से आने वालों को इस दायरे से बाहर रखा है।
एनसीओसी के दस्तावेज के अनुसार ये प्रतिबंध केवल घरेलू हवाई यात्रा पर लागू होते हैं। NCOC ने कहा है कि अब घरेलू हवाई यात्रा करने के लिए टीकाकरण का प्रमाणपत्र दिखाना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही सलाह दी है कि अगर वह यात्रा के दौरान परेशानी का सामना नहीं करना चाहते तो वैक्सीन लगवा लें।
एनसीओसी ने लोगों से वैक्सीनेशन करवाने का किया अनुरोध
सोशल मीडिया पर NCOC ने कहा है कि वह इन प्रतिबंधों को इसलिए लागू कर रहा है ताकि लोग कोविड-19 के खिलाफ वैक्सीन लगवाएं। ट्वीट में एसीओसी ने कहा है कि 1 अगस्त से घरेलू हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों को कोविड-19 टीकाकरण का प्रमाणपत्र (certificate of vaccination) दिखाना अनिवार्य होगा। इसलिए 31 जुलाई तक वैक्सीन लगवा लें। ताकि आपको भी वैक्सीन का प्रमाणपत्र मिल सके। पाकिस्तान में इस समयकोरोना संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख का आंकड़ा पार कर चुकी है। इस बढ़ते मामलों के पीछे अधिक घातक डेल्टा वेरिएंट को जिम्मेदार माना जा रहा है.
कराची में बेहद बुरे हालात
पाकिस्तान (Pakistan) का कराची अस्पताल (Karachi Hospital) मरीजों से भरे पड़ा है। यहां लोगों को बिना इलाज दिए वापस भेजा जा रहा है। जिसके बाद यहां अस्पतालों को चेतावनी दी गई है कि वह मरीजों का इलाज करने से इनकार न करें। हालात ये हैं कि अस्पताल सुविधा होने के बावजूद भी इलाज नहीं कर रहे। कराची के एडमिनिस्ट्रेटर लाएक अहमद ने शहर के तीसरे बड़े सरकारी अस्पताल का दौरा किया था। जहां देखा कि नए बने कोविड-19 वार्ड का संचालन ही नहीं हो रहा है।