अलीगढ़। कुमार विश्वास अलीगढ़ जिले में राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी के कोहिनूर मंच पर बोल रहे थे। कवि कुमार विश्वास ने इस दौरान अपने गीत, गजलों, कविताओं और व्यंग से समां बांध दिया। कुमार ने अपनी मशहूर कविता कोई दिवाना कहता है, कोई पागल समझता है के कुछ अंश सुनाये और अपने सामाजिक और राजनीतिक व्यंग से कई पार्टियों, राजनेताओं और प्रशासन के कार्यशैली पर सवाल उठायें।
मंच पर शनिवार को प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास का जादू सुनने वालों के सिर चढ़कर बोला। कुमार विश्वास की एक-एक पंक्ति पर सुनने वालों ने जमकर दाद दी। उन्होंने कहा कि भाजपाई आजकल मेरे कार्यक्रम में मुझे सुनने ज्यादा आ रहे है। उन्हें इंतेजार है कि ये नारियल कब पेड़ से टूट कर उनके झोली में गिर जाये। आपको बता दें कि कुमार के भाजपा में शामिल होने की अटकले लगाई जाती रहती है।
कुमार आम आदमी पार्टी के टिकट पर अमेठी से चुनाव लड़ चुके है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से आपसी विवाद के बाद उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। उत्तर प्रदेश पुलिस के संबंध में व्यंग करते हुए कुमार विश्वास ने कहा कि उत्तर प्रदेश की पुलिस अपराधियों को अपने साथ कार में ले जाती है, लेकिन अपराधी कहते हैं नहीं नहीं हम खुले में ही अच्छे हैं।
सके साथ ही उन्होंने कहा कि यह उत्तर प्रदेश पुलिस का ही कमाल है कि अगर हाथ में अत्याधुनिक हथियार न भी हो तो मुंह से ही ठाएं ठाएं की आवाज निकाल कर अपराधी को दहशत में कर देते हैं। बदले में अपराधी भी व्हाट्सएप पर मैसेज भेज देता है अब हम मर गए हैं।
कोहिनूर मंच पर आए कुमार विश्वास ने मंच पर आते ही पद्मभूषण गोपालदास नीरज को याद किया। इसके साथ ही रविंद्र भ्रमर, सुरेंद्र सुकुमार, प्रेम किशोर पटाखा, शहरयार आदि कवियों व साहित्यकारों को याद करते हुए कहा कि उनके लिए अलीगढ़ हमेशा ही पूज्यनीय धरती रहा है।