कुट्टू के आटे को फलाहारी माना जाता है। व्रत उपवास में इसके व्यंजन भक्तों को पोषण देते है। इन दिनों चैत्र नवरात्रि के अवसर पर मां दुर्गा की उपासना की जा रही है।
Kuttu Flour Benefits : कुट्टू के आटे को फलाहारी माना जाता है। व्रत उपवास में इसके व्यंजन भक्तों को पोषण देते है। इन दिनों चैत्र नवरात्रि के अवसर पर मां दुर्गा की उपासना की जा रही है। मां के व्रत में नौ दिन फलाहार पर गुजारने वालों के लिए यह आटा किसी चमत्कार से कम नहीं है। कूटू एक प्रकार का पौधा है जिसकी बहुत सी नस्लें हैं, जिनमें से ज़्यादातर जंगली हैं। इसके बीज को पीसकर एक आटा बनाया जाता है जिसके भारतीय और अन्य क्षेत्रों के खानों में कई इस्तेमाल हैं। मिसाल के तौर पर अवधी खाने में कूटू परांठा बनाया जाता है।
वैज्ञानिक परिणामों के आधार पर कुट्टू के आटे में भरपूर मात्रा में मैग्नीशियम, विटामिन बी, आयरन, फोलेट, जिंक, कॉपर और फास्फोरस पाया जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है। ऐसे में यदि आप वजन कम कर रहे हैं, तो आपके लिए कुट्टू का आटा किसी जादू से कम नहीं है। संभव हो तो अपने सामने आटा पिसवाएं, उसके बाद ही इसका सेवन करें। यहां हम आपको कुट्टू के आटे के स्वास्थ्य संबंधी लाभ बताएंगे।
हड्डियों को बनाए मजबूत
कैल्शियम, प्रोटीन, फास्फोरस और पोटेशियम से भरपूर कुट्टू का आटा हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है। ऐसे में यदि आप जोड़े व घुटने में दर्द की समस्या से ग्रस्त रहते हैं, तो कुट्टू का आटा आपकी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है।
पाचनतंत्र को रखे दुरुस्त
कुट्टू के आटे में नेचुरल थर्मल प्रॉपर्टीज होती हैं, जो आंतो के स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है। यह पेट के स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है। साथ ही डायरिया के मरीजों के लिए लाभदायक होता है।
कुट्टू आटा के नुकसान
बता दें अधिक मात्रा में कुट्टू का आटा खाने से आपको स्किन एलर्जी का शिकार होना पड़ सकता है।