घातक कोरोना का वायरस बार बार अपना स्वरूप बदल रहा है। एक बाद एक वायरस के वेरिएंट दुनिया के सामने आ रहे है। अब एक नए वेरिएंट ‘लैम्बडा’ के सामने आने के बाद दुनिया भर की निगाहें इस टिक गई है।
नई दिल्ली: घातक कोरोना का वायरस बार बार अपना स्वरूप बदल रहा है। एक बाद एक वायरस के वेरिएंट दुनिया के सामने आ रहे है। अब एक नए वेरिएंट ‘लैम्बडा’ के सामने आने के बाद दुनिया भर की निगाहें इस टिक गई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कनाडा की एक जन स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि कोविड-19 के नए वेरिएंट ‘लैम्बडा’ के मामले देश में सामने आए हैं, लेकिन इस बारे में जानकारी हासिल करने में अभी समय लगेगा कि यह वेरिएंट कितना संक्रामक हैं या इसका कितना प्रभाव है। डॉ. थेरसा टैम ने कहा कि गुरुवार तक कोविड-19 के ‘लैम्बडा’ वेरिएंट के 11 मामले सामने आए हैं। संक्रमण का यह स्वरूप सबसे पहले पेरू में सामने आया था।
हालांकि, क्यूबेक के राष्ट्रीय जन स्वास्थ्य संस्थान ने बताया कि उसने पहले ही 27 मामलों की पुष्टि कर दी है। ये सभी मामले मार्च और अप्रैल में सामने आए थे। टैम ने कहा कि कनाडा में जन स्वास्थ्य एजेंसी यह पता लगा रही है कि ‘लैम्ब्डा’ वेरिएंट कैसे फैलता है और वैक्सीन इससे बचाने में कितनी कारगर हैं। उन्होंने कहा, ‘जो लोग ‘लैम्बडा’ वेरिएंट से पीड़ित हैं, हम उनसे कुछ जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अभी इसके कुछ ही मामले सामने आए हैं।
इस वेरिएंट को कोरोना के डेल्टा वेरिएंट से भी ज्यादा खतरनाक बताया गया। भारत में कोरोना की दूसरी लहर में तबाही मचाने के पीछे का कारण डेल्टा वेरिएंट था। लेकिन लैम्बडा उससे भी ज्यादा घातक है।