भगवान गणेश देवों के देव भगवान शिव और माता पार्वती के सबसे छोटे पुत्र हैं। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, गणेश भगवान जी की पूजा सर्वप्रथम की जाती है। इन्हें प्रथम पूज्य भी कहा जाता है।
Lord Ganesh : भगवान गणेश देवों के देव भगवान शिव और माता पार्वती के सबसे छोटे पुत्र हैं। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, गणेश भगवान जी की पूजा सर्वप्रथम की जाती है। इन्हें प्रथम पूज्य भी कहा जाता है। सप्ताह में बुधवार का दिन भगवान गणेश महाराज का समर्पित है।बुधवार के दिन गणेश भगवान की विशेष पूजा की जाती है। मोदक भगवान को बहुत प्रिय है इसलिए गणेश जी को मोदक का भोग लगाया जाता है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार,कथा के अनुसार पुराने समय में अनलासुर नाम का एक राक्षस था। इस राक्षस के आतंक को सभी देवता खत्म नहीं कर पा रहे थे, उस समय गणेश जी ने अनलासुर को निगल लिया था। जिससे गणेशजी के पेट में बहुत जलन होने लगी थी। इसके बाद ऋषियों ने खाने के लिए दूर्वा दी।
गणेश भगवान को हरा रंग बहुत पसंद है। कुंडली में बुध देव की ग्रह दशा ठीक न होने पर गणेश भगवान की पूजा अर्चना की जाती है। बुध ग्रहों में सबसे सुकुमार और सुन्दर ग्रह है इसीलिए इन्हें राजकुमार ग्रह भी कहा जाता है। बुध ग्रह बुद्धि, एकाग्रता,वाणी,त्वचा,सौंदर्य तथा सुगंध और व्यापार का कारक है। बुधवार के दिन किसी गरीब या जरूरतमंद को जरूरी चीजों का दान करें। इस दिन दान देना अच्छा माना जाता है। कहते हैं कि इस दिन दान करने से गणेश जी की कृपा से रुके हुए काम पूरे हो जाते हैं।
इन मंत्रों से करें गणेश महाराज की पूजा
ॐ ग्लौम गौरी पुत्र, वक्रतुंड, गणपति गुरू गणेश
ग्लौम गणपति, ऋद्धि पति, सिद्धि पति करों दूर क्लेश