सिटी बस कर्मचारियों को धरना प्रदर्शन करना महंगा पड़। दरअसल, सिटी ट्रांसपोर्ट कंपनी ने हक के लिए आवाज उठाने वाले संविदा कर्मचारियों पर बड़ी कार्रवाई की है। प्रबंधन ने संगठन के पदाधिकारियों को रिकवरी की नोटिस जारी की है। कर्मियों द्वारा किए गए 18 मार्च के धरने को अवैध ठहराया है।
लखनऊ: सिटी बस कर्मचारियों को धरना प्रदर्शन करना महंगा पड़। दरअसल, सिटी ट्रांसपोर्ट कंपनी ने हक के लिए आवाज उठाने वाले संविदा कर्मचारियों पर बड़ी कार्रवाई की है। प्रबंधन ने संगठन के पदाधिकारियों को रिकवरी की नोटिस जारी की है। कर्मियों द्वारा किए गए 18 मार्च के धरने को अवैध ठहराया है।
आपको बता दें कि अपनी मांगों को लेकर 18 मार्च को सिटी बसों की हड़ताल हुई थी। इस हड़ताल से सिटी ट्रांसपोर्ट को लाखों रुपयों का नुकसान हुआ था। इस नुकसान की भरपाई के लिए सिटी ट्रांसपोर्ट ने संगठन के पदाधिकारी को बस संचालन रोकने पर 2.5 लाख की रिकवरी नोटिस भेजा है।
लखनऊ के दुबग्गा सिटी बस डिपो के एआरएम मनोज कुमार शर्मा की ओर से सेंट्रल रीजनल वर्कशाप कर्मचारी संघ के शाखाध्यक्ष राजकमल सिंह को नोटिस भेजी गई है। जिसमें बिना पूर्व सूचना किए गए धरना प्रदर्शन का गलत ठहराया गया है।