गर्मियों में जल की कमी से लड़ने के लिए छाछ सबसे अच्छी चीज है। प्राचीन काल से ही लोग इसे अदभुद पेय पदार्थ् का सेवन करते आ रहे है। अलग अलग स्वाद पाने के लिए छाछ को कुछ स्वादिष्ट मसालों के साथ भी पिया जाता है।
Magical Chhaachh : गर्मियों में जल की कमी से लड़ने के लिए छाछ सबसे अच्छी चीज है। प्राचीन काल से ही लोग इसे अदभुद पेय पदार्थ् का सेवन करते आ रहे है। अलग अलग स्वाद पाने के लिए छाछ को कुछ स्वादिष्ट मसालों के साथ भी पिया जाता है। यह स्वादिष्ट लगता है। पुदीने के साथ और जीरे नमके के साथ छाछ का स्वाद अलौकिक हो जाता है। गर्मियों के इस सीजन में बहते पसीने से निजात पाने के लिए छाछ जादुई असर करता है। ये आपके शरीर में उर्जा के स्तर को बनाये रखता है और आपको थकान से दूर करता है।
छाछ प्रोटीन, कैल्शियम, खनिज और विटामिन का एक समृद्ध स्रोत है। मूलत: दही को मथनी से मथकर घी निकालने पर बचे हुए द्रव को छाछ कहते थे। आजकल दूध के किण्वन से बने हुए अनेक पेय भी छाछ की श्रेणी में गिने जाते हैं। ये पेय गर्म जलवायु वाले देशों में बहुत लोकप्रिय हैं। आयुर्वेद में तक्र को बहुत उपयोगी माना गया है। 2 चम्मच दही लें, ½ गिलास पानी डालें, काला नमक, काली मिर्च/हरी मिर्च, अदरक और हरा धनिया डालें। मिलाएँ और दिन भर पीने के लिए रख दें।
आयुर्वेद के अनुसार छाछ यानि मठ्ठा दिन के किसी भी समय पी सकते हैं। इसे भोजन के बाद भी पी सकते हैं। वहीं, शाम या रात के समय इसका सेवन करने से पहले मौसम और जगह का ध्यान देना जरूरी है अगर आपको पेट की दिक्कत रहती है तो छाछ को सुबह खाली पेट पीएं।इसकी तासीर ठंडी होती है और यह शरीर में ठंडक पहुंचाती है।