टेरर फंडिंग मामले (Terror Funding Cases ) में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की ओर से छापेमारी और कार्रवाई को मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना साजिद रशीदी (Maulana Sajid Rashidi) ने एक साजिश करार दिया है। रशीदी ने कहा कि यह मुसलमानों को खत्म करने की साजिश है और पीएफआई (PFI) पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश की जा रही है।
नई दिल्ली । टेरर फंडिंग मामले (Terror Funding Cases ) में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की ओर से छापेमारी और कार्रवाई को मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना साजिद रशीदी (Maulana Sajid Rashidi) ने एक साजिश करार दिया है। रशीदी ने कहा कि यह मुसलमानों को खत्म करने की साजिश है और पीएफआई (PFI) पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश की जा रही है। गुरुवार को (NIA) ने पीएफआई (PFI) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 15 राज्यों में छापेमारी की और संगठन के 106 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है।
मुस्लिम धर्मगुरु रशीदी (Maulana Sajid Rashidi) ने कहा कि ‘जिस तरह कांग्रेस ने सिमी पर प्रतिबंध लगाया था, उसी तरह पीएफआई (PFI) पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश की जा रही है। देश के खिलाफ काम करने वाले संगठन के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन आप पीएफआई (PFI) के खिलाफ इसलिए कार्रवाई करते हैं कि यह मुसलमानों के उत्थान के लिए काम कर रहा है। आप इसे आतंकवादी संगठन (Terrorist Organization) घोषित करने की कोशिश कर रहे हैं। यह कानून और संविधान के खिलाफ है। ये वही लोग हैं जो मदरसे में पढ़ने वालों को आतंकवादी कहते हैं। यह मुसलमानों को खत्म करने की साजिश है।’ उन्होंने दावा किया कि केरल में पीएफआई (PFI) ने मुसलमानों के लिए सराहनीय काम किया है।
रशीदी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) को ‘राष्ट्रपिता’ कहने के लिए अखिल भारतीय इमाम संगठन (All India Imam Organization) के उमर अहमद इलियासी (Umar Ahmed Ilyasi) पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि अभी भी गोडसे की मानसिकता वाले लोग हैं। पूरी दुनिया इस बारे में जानती है कि केवल एक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Father of the Nation Mahatma Gandhi) हैं। रशीदी ने कहा कि मैं मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) से कहना चाहता हूं कि एक तरफ आप कहते हैं कि हमें वक्फ की संपत्ति को बचाना है और दूसरी तरफ आप एक अवैध संपत्ति पर जाते हैं और उनके साथ बैठते हैं।