देश में लोग गर्मी से राहत के लिए मानसून का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। जो पिछले हफ्ते खत्म हुआ। लेकिन मानसून के आते ही भारी बारिश के चलते कई इलाकों में बुरा हाल है। जिसमें उत्तराखंड जैसे पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की समस्या खड़ी हो गयी है, तो महाराष्ट्र के निचले इलाके बारिश के पानी चलते डूब गए हैं।
नई दिल्ली। देश में लोग गर्मी से राहत के लिए मानसून का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। जो पिछले हफ्ते खत्म हुआ। लेकिन मानसून के आते ही भारी बारिश के चलते कई इलाकों में बुरा हाल है। जिसमें उत्तराखंड जैसे पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की समस्या खड़ी हो गयी है, तो महाराष्ट्र के निचले इलाके बारिश के पानी चलते डूब गए हैं। वहीं, असम व कई अन्य क्षेत्रों को बाढ़ जैसे बड़ी समस्या से जूझना पड़ रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक जुलाई में पूरे देश में बारिश औसत ही रहेगी। वहीं जून में कम से कम 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कम बारिश हुई, बिहार और केरल में सामान्य से 69 प्रतिशत और 60 प्रतिशत की भारी कमी दर्ज की गई।
यूपी में कई जगह जलभराव
यूपी के कई जिलों में भारी वर्षा (heavy rains) होने के आसार हैं। बरेली (Bareilly), मुरादाबाद (Moradabad), गोरखपुर (Gorakhpur), मथुरा (Mathura) और आगरा में बारिश हुई है। इटावा के ढकपुरा गांव क्षेत्र में बिजली गिरने के कारण एक युवक की मौत हो गई। वहीं मौसम वैज्ञानिकों (Meteorologists ) का कहना है कि इन इलाकों में अभी और मूसलाधार बारिश हो सकती है। वहीं, वाराणसी, कानपुर, प्रयागराज और गोरखपुर समेत कई जिलों में भारी बारिश के चलते जलभराव की समस्या खड़ी हो गयी है। लखनऊ में अगले दो दिन बादल छाए रहने तथा मध्यम बारिश होने की संभावना है। औसत तापमान सामान्य से कम रहने की संभावना है।
उत्तराखंड में भूस्खलन
उत्तराखंड (Uttarakhand) में मानसून की बारिश (Monsoon Rains) के कारण भूस्खलन (Landslides) हो रहा है। चमोली (Chamoli) जिले के छिनका के पास भूस्खलन (Landslides) हुआ है, जिसके कारण मार्ग अवरुद्ध हो गया है। भारी बारिश के कारण हरिद्वार (Haridwar) में जलभराव हुआ। जलभराव की वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बदरीनाथ हाईवे शनिवार तड़के मलबा आने से दोबारा बंद हो गया। मौसम विभाग के अनुसार आज देहरादून टिहरी व पौड़ी में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ तेज बारिश हो सकती हैं। वहीं, कुमाऊं के नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में भारी वर्षा के आसार हैं। इसे लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
राजस्थान में बांध ओवर फ्लो
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय (Biparjoy) के बाद राजस्थान (Rajasthan) में अब मानसून (Monsoon) की मूसलाधार बारिश का दौर लगातार जारी है। मानसून पूरी तरह से सक्रिय होने से पहले ही 68 बांध पूरी तरह से भर गए हो गए। इनमें 22 बड़े बांध शामिल हैं। बीसलपुर,गुढा,जवाइ और सरदारसमंद जैसे बड़े बांध जिनमें जुलाई के मध्य में प्रतिवर्ष पानी की आवक प्रारंभ होती थी। उनमें इस बार जून में ही पानी आ गया।
दिल्ली-एनसीआर में लगातार बारिश
दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में लगातार कई दिनों से बारिश (Rains) हो रही है। मौसम विभाग (Meteorological Department) के अनुसार, शनिवार को दिल्ली में दिनभर बादल छाए रहेंगे और गर्जन भरे बादलों के साथ हल्की बारिश हो सकती है। अधिकतम व न्यूनतम तापमान क्रमश: 35 और 22 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। वहीं, विभाग का यह भी कहना है कि देश की राजधानी दिल्ली में 6 जुलाई तक बारिश होने का अनुमान है।
पानी में डूबा महाराष्ट्र
महाराष्ट्र के भिवंडी (Bhiwandi) में भारी बारिश के कारण जलभराव हो गया है। कई इलाके बाढ़ जैसी स्थिति से गुजर रहे हैं। खंडाला का लोनावला भुशी डैम पानी से लबालब है। हालांकि यहां पर्यटक इसका आनंद उठाते नजर आ रहे हैं। मौसम विभाग ने अगले 3-4 दिनों तक मुंबई, पालघर, ठाणे में मध्यम से भारी बारिश की भविष्यवाणी की है।
बिहार में बाढ़ जैसे हालात
बिहार के सासाराम में भी तेज बारिश की वजह से जलभराव हो गया है। ससाराम का सरकारी अस्पताल और उसका पूरा कैंपस पानी पानी हो गया है। अस्पताल परिसर में ऐसी कोई जगह नहीं बची है जहां बारिश का पानी न पहुंचा हो। वहीं, सासाराम के सोन नदी में 25 से ज्यादा ट्रक नदी के बीचो-बीच फंसे हुए हैं. सभी ट्रक बालू खनन के लिए नदी में गए हुए थे लेकिन अचानक से पानी बढ़ने के कारण सभी ट्रक फंस गए।
गुजरात में रेसक्यू की नौबत
गुजरात में सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात की सभी नदिया उफान पर हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान नवसारी में 4 से 9 इंच बारिश हुई। गांधीधाम रेलवे स्टेशन भी पानी से लबालब है। गुजरात के सभी 33 जिलों में हल्की से लेकर जमाझम बारिश हुई है। भारी बारिश ने जूनागढ़ के ज्यादातर हिस्सों में जल भराव हो गया है। रिहाइशी इलाकों में घुटनों तक पानी भर गया है। कच्छ के अंजार में भारी बारिश से निचले इलाको में तेज बहाव के साथ पानी बह रहा है। गांव तो गांव शहर में भी सड़कों पर नदियां बह रही हैं। गांधीधाम रेलवे स्टेशन के अंदर भी गंभीर जलजमाव हो गया है। वहीं, निचले इलाकों से लोगों को रेस्क्यू करने की नौबत आन पड़ी।