Japan Successful Experiment on LBM: गाय के गोबर का इस्तेमाल जैव उर्वरक, देशी खाद, रसोई गैस जैसी कई कामों में किया जाता रहा है। लेकिन इसके जरिये रॉकेट को भी अंतरिक्ष में भेजना संभव है। दरअसल, जापान (Japan) में गाय के गोबर से मिलने वाले तरल मीथेन गैस (Liquid Methane Gas) से संचालित एक नए किस्म के रॉकेट इंजन (Rocket Engine) का सफल परीक्षण किया गया है।
Japan Successful Experiment on LBM: गाय के गोबर का इस्तेमाल जैव उर्वरक, देशी खाद, रसोई गैस जैसी कई कामों में किया जाता रहा है। लेकिन इसके जरिये रॉकेट को भी अंतरिक्ष में भेजना संभव है। दरअसल, जापान (Japan) में गाय के गोबर से मिलने वाले तरल मीथेन गैस (Liquid Methane Gas) से संचालित एक नए किस्म के रॉकेट इंजन (Rocket Engine) का सफल परीक्षण किया गया है।
स्टार्टअप इंटरस्टेलर टेक्नोलॉजीज इंक (IST) की ओर से एक बयान के मुताबिक, रॉकेट इंजन (Rocket Engine), जिसे ज़ीरो कहा जाता है, का जापान के होक्काइडो स्पेसपोर्ट में 10 सेकंड तक “स्थैतिक अग्नि परीक्षण” किया गया है। कंपनी ने कहा कि छोटे उपग्रह प्रक्षेपण यान यानी जीरो, लिक्विड बायोमीथेन (Liquid biomethane-LBM) द्वारा संचालित है, जोकि पशुओं के गोबर से प्राप्त होता है। IST ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर रॉकेट इंजन के परीक्षण का फुटेज साझा किया है।
Thank you @SPACEdotcom for covering our combustion chamber static fire test!
We’ll continue these tests on the chamber to develop a high performance liquid biomethane powered rocket engine! https://t.co/QK2X77PT5A— Interstellar Technologies (@istellartech_en) December 15, 2023
कंपनी ने कहा कि यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) द्वारा इस तरह का रॉकेट इंजन विकसित करने के बाद किसी निजी कंपनी द्वारा पहली बार इस तरह का LBM ईंधन तैयार किया गया है। कंपनी इसे रॉकेट इंजन साइंस के विकास में मील का पत्थर मान रही है। उनका कहना है कि ऐसा विश्व में पहली बार हुआ है।
कंपनी को उम्मीद जताई है कि LBM का इस्तेमाल करने से ना सिर्फ रॉकेट इंजन के ईंधन का एक नया विकल्प मिलेगा, बल्कि जलवायु परिवर्तन से निपटने में भी यह मील का पत्थर साबित हो सकेगा।