समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के खिलाफ विरोध के स्वर लगातार मुखर होते जा रहे हैं। अब इस कड़ी में तंजीम उलमा इस्लाम (Tanjim Ulama Islam) के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन (National General Secretary Maulana Shahabuddin) का ताजा नाम जुड़ गया है। उन्होंने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (Suheldev Bharatiya Samaj Party) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर (OP Rajbhar) को एक पत्र लिखा है।
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के खिलाफ विरोध के स्वर लगातार मुखर होते जा रहे हैं। अब इस कड़ी में तंजीम उलमा इस्लाम (Tanjim Ulama Islam) के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन (National General Secretary Maulana Shahabuddin) का ताजा नाम जुड़ गया है। उन्होंने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (Suheldev Bharatiya Samaj Party) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर (OP Rajbhar) को एक पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने कहा कि राजभर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के खिलाफ आंदोलन चलाएं। इसमें हम आपके साथ हैं।
उन्होंने कहा कि यूपी विधानसभा चुनाव (UP assembly elections) में आपने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) से गठबंधन करके चुनाव लड़ा था, मगर कामयाबी नहीं मिल सकी। अभी दो लोकसभा के उपचुनाव में सपा उम्मीदवारों को जबरदस्त नाकामी मिली। इस पर आपने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को एक साथी की हैसियत से कहा था कि एसी की ठंडी हवाओं से बाहर निकलते तो सपा के उम्मीदवारों को हार का मुंह नहीं देखना पड़ता।
उन्होंने राजभर को संबोधित करते हुए कहा कि आपने अखिलेश यादव के हित में बात कही थी मगर उसको तूल देकर आपकी मुखालफत की गई। मुखालफत करने वालों में आजम खान भी थे। मौलाना ने पत्र में आगे स्पष्ट करते हुए कहा है कि आजम खान परिवारवाद की बात करते हैं। वो मुस्लिम कौम की बात नहीं करते हैं, जिसकी वजह से मुसलमानों पर उनका प्रभाव खत्म हो चुका है। उन्होंने राजभर को सलाह दी है कि जितनी जल्दी हो सके सपा के खिलाफ आंदोलन चलाने का एलान करें। सपा अब डूबता हुआ जहाज है।
उन्होंने पत्र में लिखा कि अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की मुस्लिम मसाइल पर खामोशी के चलते 50 फीसद मुसलमानों ने सपा से दूरी बना ली है, और बाकी 50 फीसद मुसलमान आने वाले लोकसभा चुनाव तक अलग हो जाएंगे। उन्होंने पत्र में यह भी कहा है की शिवपाल यादव (Shivpal Yadav), मौलाना तौकीर रजा खां और दूसरे नेतागण मिलकर एक मोर्चा बनाएं और सपा के खिलाफ मुहिम चलाएं। मुसलमानों के मसाइल भी उठाएं, मुसलमान आपके साथ खड़ा नजर आएगा। तंजीम उलमा इस्लाम आपका खुलकर समर्थन करेगी।