इस दौरान उन्होंने भोजपुरी में कहा कि, अब जे भी बनारस आई, त खुश हो के ही जाई...साथ ही कहा कि, आज पूरी दुनिया में आपकी और काशी की वाहवाही हो रही है। मुझे पता है कि काशी के लोग सब संभाल लेंगे। आप लोगों ने काशी विश्वनाथ धाम और पूरे परिसर को भी इतना भव्य बना दिया है कि जो यहां आ रहा है, वो गदगद होकर जा रहा है। यह बाबा की कृपा है।
PM Modi in Varanasi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे हैं। उन्होंने कई विकास परियोजनाओं की सौगात दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि, सावन के महीने की शुरूआत हो, बाबा विश्वनाथ और मां गंगा का आशीर्वाद हो और बनारस के लोगों का साथ हो, फिर तो जीवन बिल्कुल धन्य हो जाता है। इस दौरान उन्होंने भोजपुरी में कहा कि, अब जे भी बनारस आई, त खुश हो के ही जाई…साथ ही कहा कि, आज पूरी दुनिया में आपकी और काशी की वाहवाही हो रही है। मुझे पता है कि काशी के लोग सब संभाल लेंगे। आप लोगों ने काशी विश्वनाथ धाम और पूरे परिसर को भी इतना भव्य बना दिया है कि जो यहां आ रहा है, वो गदगद होकर जा रहा है। यह बाबा की कृपा है।
आज काशी सहित उत्तर प्रदेश को लगभग 12 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाओं का उपहार मिला है। हमने जो काशी की आत्मा को बनाए रखते हुए नूतन काया का संकल्प लिया है, यह उसका विस्तार है। इनमें रेल, रोड, पानी, शिक्षा, टूरिज्म से जुड़े प्रोजेक्ट्स हैं, घाटों से जुड़े प्रोजेक्ट्स हैं, इन विकास कार्यों के लिए आप सभी को बहुत-बहुत बधाई।
पीएम ने कहा कि, बीते 9 वर्षों में हमने सिर्फ एक परिवार और एक पीढ़ी के लिए योजनाएं नहीं बनाई हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों का भविष्य भी सुधर जाए, इसको ध्यान में रखकर काम किया है। जिन दलों ने अतीत में भ्रष्ट और नाकाम सरकारें चलाईं, वे आज लाभार्थी का नाम सुनकर तिलमिला जाते हैं। आजादी के इतने साल बाद लोकतंत्र का लाभ अब सही मायने में, सही लोगों तक पहुंचा है। वरना पहले लोकतंत्र के नाम पर गिने-चुने लोगों के हित साधे जाते थे, गरीबों की कोई पूछ नहीं थी। भाजपा सरकार में लाभार्थी वर्ग सच्चे सामाजिक न्याय और सच्चे सेक्युलरिज्म का उदाहरण बन गया है।
उन्होंने कहा कि, आज कमीशन लेने वालों की दुकान बंद, दलाली खाने वालों की दुकान बंद, घोटाले करने वालों की दुकान बंद…यानी अब ना ही कोई भेदभाव और ना ही कोई भ्रष्टाचार। पहले बैंक तक पहुंच भी सिर्फ अमीर लोगों तक ही होती थी। गरीबों के लिए तो ये माना जाता था कि पैसा ही नहीं है तो बैंक खाते का क्या करेंगे। बीते 9 वर्षों में इस सोच को भी भाजपा सरकार ने बदल दिया है।