नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन तेज होता जा रहा है। देश के कई राज्यों में इस कानून के खिलाफ किसानों में नाराजगी बढ़ती जा रही है, जिसके कारण किसान आंदोलन में हिस्सा लेने के लिए भारी संख्या में किसान पहुंच रहे हैं। वहीं, आज पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में दिल्ली में हुई हिंसा का जिक्र किया और कहा कि तिरंगे का अपना देख देश बहुत दुखी हुआ।
साथ ही उन्होंने कल सर्वदलीय बैठक में कहा था कि किसान आंदोलन का हल सिर्फ बातचीत के जरिए निकल सकता है। उन्होंने यह भा कहा था कि सरकार किसानों को दिए गए प्रस्तावों पर आज भी कायम है। उनके बयान पर किसान नेता नरेश टिकैत ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि हम पीएम मोदी ने जो कहा, हम उसका सम्मान करते हैं।
उनकी गरिमा की रक्षा की जाएगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हम किसी को तिरंगे का अपमान नहीं करने देंगे, इसे हमेशा ऊंचा रखेंगे। इसके साथ-साथ उन्होंने सरकार से अपने लोगों को रिहा करने की अपील करते हुए वार्ता के लिए मंच तैयार करने के लिए कहा है। राकेश टिकैत ने कहा कि हमें उम्मीद है कि बीच का कोई रास्ता निकलेगा।
उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते कि सरकार या संसद हमारे आगे झुके, लेकिन वह किसानों के आत्म-सम्मान की भी रक्षा करे। नरेश टिकैत ने 26 जनवरी को हुई हिंसा को षड्यंत्र बताया। साथ ही इसकी समग्र जांच करने की बात कही।