यूपी सहित पांच राज्यों में अलगे साल विधानसभा (UP Elections 2022) के चुनाव होने जा रहे हैं, लेकिन यूपी के चुनाव पर पूरे देश की नज़रें टिकी हुई हैं। यूपी चुनाव को लेकर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने एक इंटरव्यू में कहा कि यूपी विधानसभा चुनाव का परिणाम जो भी हो, उसका सीधा असर लोकसभा चुनाव (Loksabha Elections 2024) पर होगा, ये कहा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों का मानना कि यूपी चुनाव लोकसभा चुनाव की टोन सेट करेगा, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं होने वाला है।
लखनऊ। यूपी सहित पांच राज्यों में अलगे साल विधानसभा (UP Elections 2022) के चुनाव होने जा रहे हैं, लेकिन यूपी के चुनाव पर पूरे देश की नज़रें टिकी हुई हैं। यूपी चुनाव को लेकर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने एक इंटरव्यू में कहा कि यूपी विधानसभा चुनाव का परिणाम जो भी हो, उसका सीधा असर लोकसभा चुनाव (Loksabha Elections 2024) पर होगा, ये कहा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों का मानना कि यूपी चुनाव लोकसभा चुनाव की टोन सेट करेगा, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं होने वाला है।
प्रशांत किशोर से जब पूछा गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को कट्टर हिंदुत्व एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए जाना जाता है। ऐसे में वहां ध्रुवीकरण कैसा होगा? इस सवाल के जवाब में प्रशांत किशोर ने बताया प्रदेश में ध्रुवीकरण का चेहरा जो भी हो या ध्रुवीकरण की घटना जो भी हो, उसकी सीमाएं होंगी।
प्रशांत किशोर ने उदाहरण देते हुए बताया कि 2012 में बीजेपी यूपी में नंबर तीन या नंबर चार पर थी। समाजवादी पार्टी ने राज्य में जीत हासिल की, लेकिन 2014 के आम चुनाव में इसका कोई असर नहीं पड़ा। उन्होंने कहा कि साल 2022 में यूपी का चुनाव सेमीफाइनल नहीं है। 2024 से पहले कई अन्य राज्यों में चुनाव होने हैं।