राहु 12 अप्रैल को दोपहर 1.40 बजे अपनी प्राकृतिक गति यानी वक्री गति से मेष राशि में प्रवेश करेगा जबकि केतु अपनी वक्री गति से तुला राशि में प्रवेश करेगा और 2022 के अंत तक इसी में गोचर करेगा। राहु भी इस वर्ष मेष राशि में रहेगा जिसका निश्चित रूप से प्रभाव रहेगा विभिन्न राशियों पर प्रभाव।
राहु 12 अप्रैल को दोपहर 1.40 बजे अपनी प्राकृतिक गति यानी वक्री गति से मेष राशि में प्रवेश करेगा जबकि केतु अपनी वक्री गति से तुला राशि में प्रवेश करेगा और 2022 के अंत तक इसी में गोचर करेगा। राहु भी इस वर्ष मेष राशि में रहेगा जिसका निश्चित रूप से प्रभाव रहेगा विभिन्न राशियों पर प्रभाव। जानिए यह गोचर आपके जीवन को कैसे प्रभावित करेगा और इसके लिए आपको क्या उपाय करने होंगे।
मेष :
राहु आपके प्रथम भाव में गोचर करेगा, जबकि केतु आपके सप्तम भाव में गोचर करेगा। राहु-केतु के इस गोचर के प्रभाव से आपको अपने कार्यों को पूरा करने के लिए थोड़ी अधिक मेहनत और लगन की आवश्यकता होगी। इस दौरान आपको अपना काम ईमानदारी से पूरा करना चाहिए। समाज में सबके साथ अच्छा व्यवहार रखने से आपके कार्य सफल होंगे। इसके अलावा आपको अपनी सेहत का भी थोड़ा ध्यान रखना चाहिए। इसलिए राहु-केतु की अशुभ स्थिति से बचने के लिए बिल्ली की जेब को कपड़े में बांधकर अपने पास रखें। साथ ही केसर का तिलक भी लगाएं।
वृषभ :
राहु आपके बारहवें भाव में गोचर करेगा, जबकि केतु आपके छठे भाव में गोचर करेगा। राहु-केतु के इस गोचर के प्रभाव से कभी आपको धन लाभ होगा तो कभी अचानक आपके खर्चे बढ़ सकते हैं। सेहत के मामले में इस दौरान आपको अपनी आंखों और गले का खास ख्याल रखना चाहिए। साथ ही आपको अपने महत्वपूर्ण कार्य करते समय अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है। कोई विरोधी आपके काम में बाधा डाल सकता है। इसलिए राहु-केतु का शुभ फल पाने के लिए घर में वहीं बैठकर खाना चाहिए जहां खाना बनता है।
मिथुन :
राहु आपके ग्यारहवें स्थान में गोचर करेगा, जबकि केतु आपके पांचवें स्थान में गोचर करेगा। राहु-केतु के इस गोचर के प्रभाव से आपके जीवन में धन लाभ के अवसर सामने आ सकते हैं। किसी भी काम में सफलता पाने के लिए आपको अच्छा व्यवहार और व्यवहार बनाए रखना चाहिए। इससे आपको अपने वाहन, जीवनसाथी और संतान से संबंधित सभी प्रकार के सुख प्राप्त होंगे। सामाजिक कार्यों में लगे रहने से आपका मान-प्रतिष्ठा भी बना रहेगा। अतः राहु-केतु का शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए सफाईकर्मी को सम्मानपूर्वक कुछ न कुछ दान करते रहें।
कर्क :
राहु आपके दशम भाव में गोचर करेगा, जबकि केतु आपके चतुर्थ भाव में गोचर करेगा। राहु-केतु का यह गोचर आपके लिए हर तरह से फायदेमंद और सफल रहेगा। सरकारी क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के वरिष्ठ अधिकारियों से संबंध अच्छे रहेंगे। आपकी कीर्ति और मान-सम्मान में भी वृद्धि होगी। साथ ही आपके परिवार का सुख बना रहेगा। जीवनसाथी और मित्रों का विशेष सहयोग मिलेगा। हालांकि बड़े बेटे का सहयोग पाने के लिए आपको कुछ प्रयास करने पड़ सकते हैं। इसलिए राहु-केतु के शुभ फल पाने के लिए सिर ढक कर रखें। साथ ही चांदी भी धारण करें।
सिंह :
राहु आपके नवम भाव में गोचर करेगा, जबकि केतु आपके तीसरे भाव में गोचर करेगा। राहु-केतु के इस गोचर के प्रभाव से धार्मिक कार्यों में आपकी रुचि थोड़ी कम हो सकती है। जीवनसाथी और संतान का लाभ मिलेगा। विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिलने की पूरी संभावना दिख रही है। इसलिए राहु-केतु का शुभ फल प्राप्त करने के लिए केसर का तिलक करें या किसी डिब्बे में थोड़ा सा केसर डालकर अपने पास रखें।