कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान की सही तरीके से तैयारी नहीं की गई। साथ ही इसका क्रियान्वयन भी ‘ अयोग्यतापूर्वक ’ किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि हमारे जवानों को जब चाहे तब शहीद होने के लिए नहीं छोड़ा जा सकता।
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान की सही तरीके से तैयारी नहीं की गई। साथ ही इसका क्रियान्वयन भी ‘ अयोग्यतापूर्वक ’ किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि हमारे जवानों को जब चाहे तब शहीद होने के लिए नहीं छोड़ा जा सकता। राहुल गांधी ने कहा कि 21 वीं सदी में किसी भी भारतीय जवान को बिना बॉडी कवच के दुश्मन का सामना नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसे हर सैनिक को उपल्बध कराने की जरूरत है।
No Indian jawan should face an enemy without body armour in the 21st century.
It needs to be made available to every soldier.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 5, 2021
बता दें कि छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर और सुकमा जिले की सीमा पर शनिवार को सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बल के 22 जवान शहीद हो गए हैं तथा 31 अन्य जवान घायल हुए हैं।
राहुल गांधी ने सीआरपीएफ के महानिदेशक कुलदीप सिंह के एक बयान से जुड़ी खबर का हवाला देते हुए कहा कि अगर खुफिया नाकामी नहीं थी। तो फिर 1:1 के अनुपात में मौत का मतलब यह है कि इस अभियान की योजना को खराब ढंग से तैयार किया गया। साथ ही अयोग्यतापूर्वक इसका क्रियान्वयन किया गया।
If there was no intelligence failure then a 1:1 death ratio means it was a poorly designed and incompetently executed operation.
Our Jawans are not cannon fodder to be martyred at will. pic.twitter.com/JDgVc03QvD
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 5, 2021
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अधिकारियों ने बताया कि इस मुठभेड़ में शहीद हुए 22 जवानों में सीआरपीएफ के आठ जवान शामिल हैं, जिसमें से सात कोबरा कमांडो से, जबकि एक जवान बस्तरिया बटालियन से है। शेष डीआरजी और विशेष कार्यबल के जवान हैं। उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ के एक इंस्पेक्टर अब भी लापता हैं।