पाकिस्तान के लिए जासूसी मामले में साइबर सेल व क्राइम ब्रांच के हाथ कुछ पुख्ता जानकारियां मिली है। पाकिस्तान के एक-दो नहीं 8 नंबर मिले हैं, जिन पर चैटिंग हो रही थी। कोड वर्ड का इस्तेमाल भी सामने आया है। जिन लोगों से बात हुई वे आईएसआई के कुख्यात ओहदेदार बताए जा रहा है।
इंदौर। पाकिस्तान के लिए जासूसी मामले में साइबर सेल व क्राइम ब्रांच के हाथ कुछ पुख्ता जानकारियां मिली है। पाकिस्तान के एक-दो नहीं 8 नंबर मिले हैं, जिन पर चैटिंग हो रही थी। कोड वर्ड का इस्तेमाल भी सामने आया है। जिन लोगों से बात हुई वे आईएसआई के कुख्यात ओहदेदार बताए जा रहा है।
पाकिस्तान को देश से संबंधित सूचनाएं भेजने के आरोप में इंदौर निवासी दो सगी बहनों हिना और यास्मीन से पुलिस पूछताछ कर रही है। दोनों बहनों को उनके ही घर में नजरबंद रखा गया है। सूत्रों का दावा है कि ये दोनों युवतियां करीब डेढ़ साल से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट दिलावर के संपर्क में थीं और पाकिस्तान के 8 नंबरों पर अब तक दो हजार से ज्यादा फोटो व मैसेज भेज चुकी हैं।
सेना से रिटायर्ड नायक की बेटियां हैं दोनों
बता दें कि हिना और यास्मीन गवली पलासिया में रहने वाले सेना से रिटायर्ड नायक की बेटियां हैं। कुछ अफसर उनके घर पूछताछ करने गए तो दोनों बहनों ने हंगामा किया। बता दें कि आईबी की सूचना के बाद इंदौर क्राइम ब्रांच ने कुछ दिन पहले यास्मीन और हिना को उनके घर में नजरबंद किया था। उस वक्त उनकी बड़ी बहन कौसर, बहनोई और बहन का बेटा भी घर में थे। ऐसे में पुलिस की एक टीम युवतियों के जीजा और उसके बेटे को पूछताछ के लिए इंदौर ऑफिस ले गई।
डेढ़ साल से पाकिस्तानियों के संपर्क में थीं ये दोनों
जांच में सामने आया है कि हिना और यास्मीन करीब डेढ़ वर्ष से पाकिस्तानियों के संपर्क में थीं। यास्मीन ने यह बात कबूल की है और उसने आईएसआई एजेंट दिलावर के संपर्क में होने की बात भी मानी। उसने बताया कि वह दिलावर से शादी करना चाहती थी। वह पाकिस्तान जाने के लिए भी तैयार थी। हालांकि, पुलिस गिरफ्त में आने का शक होने पर दोनों बहनों ने सभी डाटा डिलीट कर दिया, जिसे रिकवर किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि दोनों बहनें पाकिस्तान के आठ नंबरों पर संपर्क करती थीं। जांच में एजेंसियों को पता चला है कि यास्मीन पाकिस्तानी सेना और आईएसआई के लिए कॉल सेंटर चलाने वाले युवकों से बातें करती थीं। शक है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी अब कॉल सेंटर की मदद से भारतीय महिलाओं को अपने जाल में फंसाती है।
गृह मंत्रालय को भेजी गोपनीय रिपोर्ट
सूत्रों की मानें तो यह ऑपरेशन आईबी की सूचना पर किया गया, जिसके लीक होने से आईबी के अफसर नाराज हैं। उन्होंने पूरे घटनाक्रम की एक गोपनीय रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भी भेजी है। इस रिपोर्ट में युवतियों की जानकारी, मोबाइल नंबर, बैंक खाते और आईडी सहित पाकिस्तान की सारी जानकारी भी भेजी गई है।