प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार के मुजफ्फरपुर में चुनावी जनसभा को संबोधित किया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि, ये देश का चुनाव है, ये हिंदुस्तान का भविष्य तय करने का चुनाव है, ये चुनाव देश का नेतृत्व चुनने का चुनाव है। कौन है, जिसके हाथों में हम देश की बागडोर दें, इसका निर्णय करने का चुनाव है। देश, कांग्रेस वाली कमजोर, डारपोक और अस्थिर सरकार बिल्कुल नहीं चाहता।
Lok Sabha Elections 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार के मुजफ्फरपुर में चुनावी जनसभा को संबोधित किया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि, ये देश का चुनाव है, ये हिंदुस्तान का भविष्य तय करने का चुनाव है, ये चुनाव देश का नेतृत्व चुनने का चुनाव है। कौन है, जिसके हाथों में हम देश की बागडोर दें, इसका निर्णय करने का चुनाव है। देश, कांग्रेस वाली कमजोर, डारपोक और अस्थिर सरकार बिल्कुल नहीं चाहता।
उन्होंने आगे कहा कि, ये लोग इतने डरे हुए हैं कि इन्हें रात को सपने में भी पाकिस्तान का परमाणु बम दिखाई देता है। ये इंडी गठबंधन के नेताओं के कैसे बयान आ रहे हैं। कहते हैं कि पाकिस्तान ने चूड़ियां नहीं पहनीं हैं। अरे भाई, पहना देंगे। उनको आटा भी चाहिए, बिजली भी नहीं है। अब हमको मालूम नहीं था कि उनके पास चूड़ियां भी नहीं हैं।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि, मुजफ्फरपुर और बिहार के लोगों ने दशकों तक नक्सलवाद का जख्म सहा है। पहले की सरकारों ने नक्सलवाद को पाला पोसा और उसको आपके खिलाफ इस्तेमाल भी किया। अपराध और नक्सलवाद के कारण बिहार में उद्योग, धंधें सब चौपट हो गए। जंगलराज की जिंदगी भयानक थी, डरावनी थी। आरजेडी के जंगलराज ने बिहार को कई दशक पीछे धकेल दिया था। ये NDA की सरकार है, जो बिहार में कानून व्यवस्था को पटरी पर लाई हैं, अब नक्सलवाद प्रभावित जिले भी तेजी से कम हो रहे हैं।
साथ ही कहा, कांग्रेस के समय में एक LED बल्ब 400 रुपये में आता था, मोदी ने इसकी कीमत घटाकर 40-50 रुपये कर दी। घर-घर सस्ता LED बल्ब पहुंचाकर सरकार ने गरीब और मध्यम वर्ग के बिजली बिल में 20 हजार करोड़ रुपये बचाए हैं। मोदी ने आपका डबल मुनाफा करने वाली एक और योजना बनाई है। इस योजना से आपकी बिजली का बिल जीरो हो जाएगा। इस योजना का नाम है- पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना। इसके तहत छत पर सोलर पैनल लगाने के लिए सरकार आपको 75 हजार रुपया देगी। जितनी बिजली चाहिए, आप इस्तेमाल करो, बची हुई बिजली सरकार को बेच दो, यानी बिजली का बिल जीरो और साथ में आमदनी भी।