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सचिन पायलट ने फिर खोला राजस्थान के सीएम अशोक गहलौत के खिलाफ मोर्चा,पार्टी में मची खलबली

राजस्थान विधानसभा चुनाव (Rajasthan Assembly Election) से पहले एक बार फिर प्रदेश कांग्रेस में आपसी घमासान तेज हो गया है। अब पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Rajasthan CM Ashok Gehlot) के खिलाफ एक बार फिर मोर्चा खोल दिया है। रविवार 9 अप्रैल को अपने सरकारी आवास पर मीडिया से रूबरू होते हुए सचिन पायलट (Sachin Pilot) मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) पर कई सवाल खड़े किए।

By संतोष सिंह 
Updated Date

जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव (Rajasthan Assembly Election) से पहले एक बार फिर प्रदेश कांग्रेस में आपसी घमासान तेज हो गया है। अब पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Rajasthan CM Ashok Gehlot) के खिलाफ एक बार फिर मोर्चा खोल दिया है। रविवार 9 अप्रैल को अपने सरकारी आवास पर मीडिया से रूबरू होते हुए सचिन पायलट (Sachin Pilot) मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) पर कई सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के दौरान हजारों करोड़ रुपए के घोटाले हुए थे। उस दौरान हम सब ने जनता से वादा किया था कि सत्ता में आने के बाद हम वसुंधरा राजे सरकार (Vasundhara Raje Sarkar) में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। अब हम साढ़े 4 साल से सरकार में है, लेकिन हमारी सरकार ने पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार पर कोई एक्शन नहीं लिया है।

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पायलट ने अपनी ही पार्टी की सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा शासन के दौरान जब हम विपक्ष में थे। तब अशोक गहलोत जी (Ashok Gehlot)) , मैं और अन्य नेता नेताओं ने जनता से वादा किया था कि वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje ) के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। सत्ता में आने के साढ़े 4 साल बाद भी पूर्ववर्ती सरकार के भ्रष्टाचार पर कार्रवाई नहीं करना दुर्भाग्यपूर्ण है। पायलट ने कहा कि हमारी कथनी और करनी में अंतर नहीं होना चाहिए। अगर कथनी और करनी में अंतर होगा तो जनता को लगेगा कि ऊपरी लेवल पर कोई मिलीभगत हुई है।

सचिन पायलट (Sachin Pilot)  ने कहा कि जनता से किए गए वादे के अनुसार उन्होंने करीब सवा साल पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को एक चिट्ठी लिखी थी। उस चिट्ठी में यह आग्रह किया था कि हमें अपने वादों पर खरा उतरना चाहिए। पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के दौरान हुए घोटालों पर अब कार्रवाई करनी चाहिए। पायलट ने कहा कि उस चिट्ठी का उन्हें आज तक जवाब नहीं मिला। 2 नवंबर 2022 को पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को एक और चिट्ठी लिखी। इस चिट्ठी में भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) से आग्रह किया गया था कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार पर हम सब कांग्रेस के नेताओं ने कई आरोप लगाए थे। जनता ने हमारी बातों पर विश्वास किया था। तभी हम 21 सीटों से बढ़कर 101 सीटों तक पहुंच पाए। ऐसे में अब हमें जनता से किए गए वादे के मुताबिक कार्रवाई करनी चाहिए। पायलट ने कहा कि इस चिट्ठी का भी उन्हें कोई जवाब नहीं मिला।

सरकार के खिलाफ धरने पर बैठेंगे सचिन पायलट

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सचिन पायलट (Sachin Pilot)  अब अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ धरना देंगे। सचिन पायलट (Sachin Pilot)  ने कहा कि जनता से किए गए वादों पर खरा नहीं उतरने से वे काफी आहत हैं। इसी कारण 11 अप्रैल को जयपुर के शहीद स्मारक पर अनशन पर बैठेंगे।

प्रतिशोध और द्वेषतापूर्वक कार्रवाई के पक्ष में नहीं : पायलट

सचिन पायलट (Sachin Pilot)  ने कहा कि वे प्रतिशोध और द्वेषतापूर्वक कार्रवाई के पक्ष में नहीं है लेकिन अशोक गहलोत सहित हम सभी कांग्रेसी नेताओं ने जनता से यह वादा किया था कि जब हम सत्ता में आएंगे तब बीजेपी राज में हुए भ्रष्टाचार की जांच कराएंगे। हमें अपनी बात पर कायम रहना चाहिए और भ्रष्टाचार के प्रकरणों की जांच करानी चाहिए। पायलट ने कहा कि वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje )  के पिछले कार्यकाल के दौरान भी हमने 22 हजार करोड रुपए के भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। सरकार में आने के बाद कांग्रेस सरकार ने माथुर आयोग का गठन किया लेकिन आयोग के गठन में कुछ विधिक गड़बड़ी के कारण कोर्ट ने आयोग को खारिज कर दिया था।

अब विधानसभा चुनाव में सिर्फ 6-7 महीने का समय बचा है। अब भी हमें अपने वादों पर खरा उतरना चाहिए। विपक्ष में रहने के दौरान हमने पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje )  सरकार पर 45 हजार करोड़ के घोटाले के आरोप लगाए थे। साथ ही सीबीआई जांच की मांग भी की थी लेकिन अब हम साढ़े 4 साल से सरकार में हैं। इसके बावजूद भी ना तो किसी घोटाले की जांच सीबीआई को भेजी और ना ही यहां की सरकार ने जांच की। खानघोटाला, शराब घोटाला, ललित मोदी कांड सहित किसी भी प्रकरण की जांच नहीं हुई है। ऐसे में हम भ्रष्टाचार के खिलाफ पारदर्शी कैसे रह पाएंगे।

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