प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल का पहला कैबिनेट विस्तार हो गया है। कैबिनेट विस्तार में उत्तर प्रदेश से सात सांसदों को मंत्री बनाया गया है। वहीं, इस कैबिनेट विस्तार में निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद के बेटे और संतकबीरनगर से सांसद प्रवीण निषाद को मंत्री नहीं बनाया गया है। मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने पर संजय निषाद ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने अगर अपनी गलती नहीं सुधारी तो यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में उसको खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल का पहला कैबिनेट विस्तार हो गया है। कैबिनेट विस्तार में उत्तर प्रदेश से सात सांसदों को मंत्री बनाया गया है। वहीं, इस कैबिनेट विस्तार में निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद के बेटे और संतकबीरनगर से सांसद प्रवीण निषाद को मंत्री नहीं बनाया गया है। मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने पर संजय निषाद ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने अगर अपनी गलती नहीं सुधारी तो यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में उसको खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
संजय निषाद ने कहा कि सांसद प्रवीण निषाद मेरे पुत्र जरूर हैं लेकिन वह भाजपा के सांसद हैं। प्रवीण की लोकप्रियता को देखते हुए उनको मंत्रिमंडल में जगह जरूर मिलनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि अगर कुछ सीटों पर प्रभाव रखने वाले अपना दल की अनुप्रिया पटेल को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है तो 160 सीटों पर प्रभाव रखने वाले निषाद समाज के बेटे को भी मौका दिया जाना चाहिए।
संजय निषाद ने कहा कि भाजपा से निषाद समाज पहले ही कटा—कटा नजर आ रहा है। ऐसी स्थित में भाजपा अगर अपनी गलती को नहीं सुधारती है तो उसको इसकी कीमत 2022 में चुकानी होगी। उन्होंने कहा कि अभी तो हम भाजपा के साथ हैं लेकिन अगर भाजपा ऐसे ही निषादों की अनदेखी करती है तो आने वाले समय में हम अपनी रणनीति पर फिर से विचार करेंगे।