शिवसेना के राज्यसभा सांसद और प्रवक्ता संजय राउत (Sanjay Raut) ने मीडिया से बात करते हुए महाराष्ट्र (Maharashtra) की एमवीए सरकार में किसी भी ‘राजनीतिक भूकंप’ (Political Earthquake) से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि शिवसेना के पास कभी ऐसा नेता नहीं होगा जो खुद को बेच दे। मुंबई पर कब्जा करने की साजिश रची जा रही है, लेकिन, राजस्थान और मध्य प्रदेश का पैटर्न महाराष्ट्र में नहीं दोहराया जाएगा।
मुंबई । शिवसेना के राज्यसभा सांसद और प्रवक्ता संजय राउत (Sanjay Raut) ने मीडिया से बात करते हुए महाराष्ट्र (Maharashtra) की एमवीए सरकार में किसी भी ‘राजनीतिक भूकंप’ (Political Earthquake) से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि शिवसेना के पास कभी ऐसा नेता नहीं होगा जो खुद को बेच दे। मुंबई पर कब्जा करने की साजिश रची जा रही है, लेकिन, राजस्थान और मध्य प्रदेश का पैटर्न महाराष्ट्र में नहीं दोहराया जाएगा।
शिवसेना प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि एकनाथ शिंदे पर तब तक टिप्पणी नहीं कर सकता। जब तक मैं उनसे बात नहीं करता, लेकिन वह अब भी वह शिवसेना का हिस्सा हैं।
संजय राउत ने स्वीकार किया कि शिवसेना के कुछ विधायक और एकनाथ शिंदे फिलहाल हमारी पहुंच में नहीं हैं। एमवीए सरकार को गिराने की कोशिश की जा रही है, लेकिन बीजेपी को यह याद रखना होगा कि महाराष्ट्र, राजस्थान या मध्य प्रदेश से बहुत अलग है। महा विकास अघाड़ी सरकार के गठन के समय भाजपा द्वारा ऐसा ही प्रयास किया गया था, लेकिन वह प्रयोग सफल नहीं हुआ। तो अब फिर से वही प्रयास किया जा रहा है।
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, संजय राठौड़, प्रताप सरनाइक वर्षा बंगले (महाराष्ट्र सीएम निवास) में। सीआर पाटिल (भाजपा विधायक) गुजरात में उनके लिए व्यवस्था कर रहे हैं। हर कोई जानता है कि वह किसके करीब हैं। इस बीच, मैं पवार साहब के संपर्क में हूं। हम पर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है। अनिल परब को आज फिर नोटिस भेजा गया है। इन दबावों को हर कोई जानता है। कई विधायक वापस आना चाहते हैं। उन्हें वापस आने नहीं दिया जा रहा। मौका मिलते ही हमारे सभी विधायक वापस आ जाएंगे।
महाराष्ट्र में शिवसेना और उद्धव ठाकरे सरकार के लिए एक बड़ा झटका सामने आया है। महा विकास अघाड़ी सरकार में शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे समेत शिवसेना के 11 विधायकों से पार्टी आलाकमान का संपर्क नहीं हो पा रहा है। यह घटनाक्रम महाराष्ट्र विधानसभा परिषद चुनाव के एक दिन बाद सामने आया है, जिसमें भाजपा ने सत्तारूढ़ शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन को जोरदार झटका देते हुए 5वीं सीट पर जीत दर्ज कर ली।