पीएम ने कहा, गरीब कल्याण मेरी सरकार की बहुत बड़ी प्राथमिकता है और इसमें गुरु रविदास जी की प्रेरणा है। गुरु रविदास जी कहते थे-ऐसा चाहूं राज मैं, जहां मिले सबन को अन्न,छोट-बड़ो सब सम बसे, रैदास रहै प्रसन्न। चुनाव की इस भागदौड़ में भी हमारी सरकार एक पल भी व्यर्थ नहीं कर रही है। सरकार बनते ही अगले 125 दिन में क्या होगा?... इसके रोडमैप पर काम कर लिया गया है। इसमें भी 25 दिन विशेष तौर पर युवाओं के लिए रखे गए हैं।
Lok Sabha Elections 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंजाब के होशियारपुर में विशाल फतेह रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि, आज देश में आकांक्षाएं नई हैं, आज देश में उम्मीदें नई हैं, आज देश में आत्मविश्वास नया है। दशकों बाद ऐसा समय आया है, पूर्ण बहुमत वाली केंद्र सरकार हैट्रिक लगाने जा रही है। इसकी सबसे बड़ी वजह है ‘विकसित भारत’ का सपना। आज हर भारतीय ‘विकसित भारत’ के सपने के साथ एकरूप हो गया है और इसलिए हर देशवासी हमें आशीर्वाद दे रहा है।
उन्होंने आगे कहा, आज जब पंजाब के लोग, दूसरे राज्यों के लोग विदेश जाते हैं, तो खुद देखते हैं कि वहां भारत और भारतीयों की इज्जत कितनी बढ़ गई है। जब देश में दमदार सरकार होती है, तो विदेशी सरकारें भी हमारा दम देखती हैं। बीते 10 वर्षों में हमने गरीब से गरीब को मुफ्त अनाज और मुफ्त इलाज की सुविधा दी है। आज किसी भी गरीब, दलित, वंचित मां की संतान को भूखे पेट नहीं सोना पड़ता। आज किसी गरीब महिला को अपनी बीमारी छिपाने की मजबूरी नहीं है।
पीएम ने कहा, गरीब कल्याण मेरी सरकार की बहुत बड़ी प्राथमिकता है और इसमें गुरु रविदास जी की प्रेरणा है। गुरु रविदास जी कहते थे-ऐसा चाहूं राज मैं, जहां मिले सबन को अन्न,छोट-बड़ो सब सम बसे, रैदास रहै प्रसन्न। चुनाव की इस भागदौड़ में भी हमारी सरकार एक पल भी व्यर्थ नहीं कर रही है। सरकार बनते ही अगले 125 दिन में क्या होगा?… इसके रोडमैप पर काम कर लिया गया है। इसमें भी 25 दिन विशेष तौर पर युवाओं के लिए रखे गए हैं। अगले 5 साल में कौन से बड़े निर्णय लेने हैं, इसकी भी रुपरेखा खींची जा चुकी है। अगले 25 साल के विजन पर भी हमारी सरकार तेजी से आगे बढ़ रही है।
साथ ही कहा, कांग्रेस और इंडी गठबंधन के स्वार्थ और वोट बैंक की राजनीति ने देश का बहुत नुकसान किया है। वोट बैंक के प्रति अपने प्यार के कारण देश के बंटवारे के समय करतारपुर साहिब पर अपना अधिकार नहीं जता पाए। यही लोग हैं, जो अपने वोट बैंक के लिए लगातार राम मंदिर का विरोध करते रहे। तुष्टिकरण की राजनीति के कारण इंडी गठबंधन सीएए का विरोध कर रहा है। आजकल देश के लोग इंडी गठबंधन वालों से संविधान-संविधान की रट सुन रहे हैं। ये वो लोग हैं जिन्होंने इमरजेंसी में संविधान का गला घोंट दिया था। जब 84 के दंगों में सिखों के गले में टायर बांधकर जलाया जा रहा था, तो इन्हें संविधान की नहीं सूझी।