कहते हैं कि कुछ बड़ा करने के लिए ज्यादा पैसे नहीं बल्कि बड़ी सोच का होना जरूरी है। अगर इरादे बुलंद हैं तो आप सीमित संसाधनों में भी कारनामा कर के दिखा सकते हैं।
नई दिल्ली। कहते हैं कि कुछ बड़ा करने के लिए ज्यादा पैसे नहीं बल्कि बड़ी सोच का होना जरूरी है। अगर इरादे बुलंद हैं तो आप सीमित संसाधनों में भी कारनामा कर के दिखा सकते हैं। ये बात सुनी तो आपने कई बार होगी लेकिन इसे हकीकत कर दिखाया है मदुरै के एक छात्र ने जिसने सूर्य की किरणों से चलने वाली इलेक्ट्रिक साइकिल बनाई है जिसे चलाने के लिए आपको चार्ज ही नहीं करना पड़ेगा बल्कि धूप के संपर्क में आने से ये साइकिल खुद ही चार्ज हो जाती है और फिर आप इसे इस्तेमाल कर सकते हैं।
जिस छात्र की हम बात कर रहे हैं उसका नाम धनुष कुमार है जो मदुरै में BSc फिजिक्स थर्ड ईयर के छात्र हैं। धनुष ने खुद ही इस इलेक्ट्रिक साइकिल को डिजाइन करके इसे तैयार किया है। सोलर पैनल की मदद ये साइकिल लगातार 50 किमी तक चल सकती है। इलेक्ट्रिक चार्ज डाउनलाइन तक कम होने के बाद एक राइडर 20 किमी से अधिक की यात्रा कर सकता है।
अगर आपको बता दें कि इस इलेक्ट्रिक साइकिल को सोलर पावर्ड बनाने के लिए धनुष ने इसमें सोलर पैनल का इस्तेमाल किया है जिनकी मदद से ये अपने आप ही चार्ज हो जाती है। धनुष कुमार ने कहा इस इलेक्ट्रिक साइकिल की बैटरी के लिए इस्तेमाल होने वाली बिजली की कीमत पेट्रोल की कीमत की तुलना में बहुत कम है। 50 किमी तक का सफर तय करने में 1.50 रुपये का खर्च आता है। यह बाइक 30-40 किमी की रफ्तार से दौड़ सकती है। यह गति मदुरै जैसे शहर के अंदर इस बाइक को चलाने के लिए पर्याप्त है।